वज़ीर आज़म नरेंद्र मोदी ने आज वडोदरा की अपनी नशिस्त से इस्तीफ़ा पेश करदिया है और उन्होंने वारानसी की नशिस्त बरक़रार रखी है। बी जे पी ने उत्तरप्रदेश में लोक सभा की 80 के मिनजुमला 71 नशिस्तों पर कामयाबी हासिल की थी।
समाजवादी पार्टी के सरबराह मुलायम सिंह यादव ने भी जो दो नशिस्तों से मुंतख़ब हुए थे अपनी मैन पूरी की नशिस्त छोड़ दी है और उन्हों ने आज़म गढ़ नशिस्त बरक़रार रखी है। क़वानीन के तहत दो नशिस्तों से मुंतख़ब होने वाले किसी भी रुक्न को नताइज के ऐलान के 14 दिन के अंदर किसी एक हलक़ा से इस्तीफ़ा पेश करदेना होता है।
चूँकि लोक सभा के नताइज का 16 मई को ऐलान हुआ था और 14 दिन की मीआद आज ख़त्म हो रही थी। पार्लियामेंट के ज़राए ने कहा कि दोनों क़ाइदीन के इस्तीफ़ा मौसूल होचुके हैं और उनको क़बूल किया जा रहा है। वज़ीर आज़म मोदी ने वडोदरा से तक़रीबन 5.7 लाख वोटों की अक्सरियत से कामयाबी हासिल की थी।
इस बार के लोक सभा इंतिख़ाबात में ये सब से बड़ी अक्सरियत थी। बी जे पी ने गुजरात में तमाम 26 नशिस्तों पर कामयाबी हासिल की थी। वारानसी में मोदी को आम आदमी पार्टी सरबराह अरविंद केजरीवाल से मुक़ाबला दरपेश था। इंतिख़ाबी मैदान में उनके दाख़िला से सूरत-ए-हाल दिलचस्प होगई थी।
केजरीवाल के ख़िलाफ़ नरेंद्र मोदी को जुमला 3.7 लाख वोटों की अक्सरियत से कामयाबी हासिल हुई थी। मोदी का वारानसी नशिस्त को बरक़रार रखना उत्तरप्रदेश को बी जे पी की जानिब से दी जाने वाली अहमियत ज़ाहिर करता है। यू पी में 2017 में असेंबली इंतिख़ाबात होने वाले हैं। बी जे पी वहां इक़तिदार हासिल करने की कोशिश करेंगे।