मोदी सरकार ने मुगल बादशाह जहांगीर की आत्मकथा के हीरों की खोज को दी मंजूरी

झारखंड (Jharkhand) में हीरे (Diamond) की खोज के प्रस्ताव को केंद्र सरकार (Central Government) ने मंजूरी दे दी है। केंद्रीय खान सचिव की अध्यक्षता वाले केंद्रीय भूवैज्ञानिक कार्यक्रम बोर्ड से इसे हरी झंडी मिली है। यह जानकारी भारतीय भूगर्भ सर्वेक्षण (जीएसआई) को दी गई है। इसके तहत गुमला, सिमडेगा, लोहरदगा और लातेहार जिलों के 1500 वर्ग किमी में हीरे की खोज होगी।

मुगल बादशाह जहांगीर की आत्मकथा जहांगीरनामा में वर्तमान झारखंड की भौगोलिक स्थिति वाले इलाके से हीरा आने के जगह-जगह दृष्टांत दिए गए हैं। 17वीं सदी के फ्रांसीसी यात्री टेवर्नियर ने भी अपने यात्रा वृत्तांत में इस इलाके में हीरे की खान होने की चर्चा की है। जीएसआई ने इन तथ्यों के आधार पर हीरे की खोज का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा था।

जहांगीरनामा में संकेत किए इलाकों को ध्यान में रख हीरे की खोज के स्थान चिह्नित किए गए हैं, जो बंगाल के पास की कई नदियों के कछार वाला है। यह झारखंड में ओड़िशा और छत्तीसगढ़ से लगा हुआ है। जीएसआई अब खोज शुरू करेगा। चिह्नित किए गए इलाके में किंबरलाइट चट्टानों की विशेष तौर पर तहकीकात की जाएगी।

जीएसआई की ओर से हीरे की खोज के लिए संभावित इलाके चिह्नित किए जाने की खबर आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान’ ने 11 फरवरी को छापी थी। इसमें 1500 वर्ग किलोमीटर की खोज परियोजना का प्रस्ताव तैयार करने की भी जानकारी थी।