क़ाहिरा, 30 मार्च ( ए पी) शुमाली मिस्र के दो शहरों में झड़पें शुरू हो गयी जबकि मिस्र कि इस्लाम पसंद सदर मुहम्मद मोर्सी के ख़िलाफ़ एहतिजाजी मुज़ाहिरों का आग़ाज़ हुआ । सैंकड़ों नामालूम हमलावरों ने मोर्सी के ख़िलाफ़ एहतिजाजी जुलूस निकालने वालों पर सिकंदरीया में संगबारी की ।
एहतिजाजियों और इंसिदाद फ़सादाद के दरमियान भी झड़प का एक और वाक़िया पेश आया । जबकि एहतिजाजी मुज़ाहिरीन ने शहर ज़जाज़ज में इख़वान अलमुस्लिमीन के एक दफ़्तर को नज़र-ए-आतिश करने की कोशिश की । एहतिजाजी मुज़ाहिरे मुल्क गीर सतह पर एक जुलूस निकालने की अपील का नतीजा था ।
एहतिजाजियों का दावा था कि अपोज़ीशन के ख़िलाफ़ सदर मुहम्मद मोर्सी ने नामुंसिफ़ाना इक़दामात किए हैं । गुज़श्ता पीर को मिस्र के वकील इस्तिग़ासा ने मिस्र के इंतिहाई मुमताज़ जमहूरीयत के अलमबरदार कारकुनों पर गुज़श्ता हफ़्ता इख़वान अलमुस्लिमीन के हेडक्वार्टर्स क़ाहिरा के क़रीब लोगों को तशद्दुद पर उकसाने के इल्ज़ाम में नोटिसें जारी कीं थीं ।
गुज़श्ता हफ़्ता के तशद्दुद में तक़रीबन 200 अफ़राद ज़ख़मी हो गए थे । सदर मिस्र मुहम्मद मोर्सी के बरसर-ए-इक़तिदार आने के बाद से ही मिस्र में मुख़्तलिफ़ वजूहात की बिना पर उन के ख़िलाफ़ एहतिजाजों का सिलसिला शुरू हो गया जो हनूज़ जारी है ।