मोहसिन शेख मर्डर केस में हिंदू राष्ट्र सेना के 17 कारकुन गिरफ्तार

पुणे में पीर के रोज़ हुए आईटी इंजीनियर के कत्ल के मामले में पुलिस ने 17 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस को शक है कि इंजीनियर का कत्ल फेसबुक मुतनाज़े की वजह से की गई है। पुलिस के मुताबिक पकड़े गए सभी मुल्ज़िम हिंदू राष्ट्र सेना से जुड़े हुए हैं।

सोशल नेटवर्किंग साइट पर मुतनाज़ा पोस्ट को लेकर शुरू हुए मुतनाज़े ने खतरनाक शक्ल अख्तियार कर ली है। इल्ज़ाम है कि फेसबुक मुतनाज़े की वजह से 24 साल के आईटी इंजीनियर को पीट-पीटकर कत्ल कर दिया गया। इल्ज़ाम के मुताबिक 20 से ज्यादा लोगों ने मिलकर मोहसिन शेख नामी नौजवान को पीट-पीटकर मार डाला।

पुलिस के मुताबिक ज्यादातर हमलावर कट्टर हिंदूवादी तंज़ीम हिंदू राष्ट्र सेना से जुड़े हुए हैं। पुलिस ने बताया कि मोहसिन के कत्ल के बाद एक एसएमएस भी मुल्ज़िमों के बीच आपस में भेजा गया जिसमें कहा गया-‘पहला विकेट गिर चुका है’।

मोहसिन शेख पीर की शाम दफ्तर से घर लौट रहा था, तभी डंडे से लैस हमलावरों के ग्रुप ने उसे घेर लिया। हमलावरों ने उसे बेरहमी से मारा-पीटा। बुरी तरह जख्मी मोहसिन ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। ज़राये के मुताबिक हमलावर पहले भी दो नौजवानो पर हमला कर चुके हैं।

पुणे के डीसीपी मनोज पाटिल ने कहा कि ये सारे मुल्ज़िम पुणे के ही रहने वाले हैं। शुरुआती जांच में पता चला है कि मुल्ज़िम हिंदू राष्ट्र सेना के कारकुन हैं।

गौरतलब है कि कुछ दिन पहले पुणे में कुछ लोगों ने फेसबुक पर मुतनाज़ा तब्सिरे किये थे जिसके बाद से दो फिर्को में तनाव का माहौल है। पुलिस को शक है कि मोहसिन को इसी बात के लिए निशाना बनाया गया है। फेसबुक मुतनाज़े की वज्ह से पुणे में अब तक कई जगह तशद्द्दुद की वारदात हो चुकी हैं। मारपीट और पत्थरबाजी के इल्ज़ाम में पुलिस गुजश्ता हफ्ते में तकरीबन 200 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है लेकिन मोहसिन शेख की मौत के बाद हड़पसर इलाके में तनाव बढ़ गया है। पुलिस ने हस्सास इलाकों में सेक्युरिटी बढ़ा दी है।

इस वाकिया पर जवाब देते हुए पुणे से बीजेपी एमपी अरुण शिरोले ने लोगों से अमन बनाए रखने की अपील की। हालांकि हमले के पीछे राष्ट्रवादी हिंदू सेना का हाथ होने के बारे में उन्होंने कहा कि मुझे ऐसा नहीं लगता। कुछ लोग माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। जब उनसे पूछा गया कि क्या आप मोहसिन के खानदान वालो से मिले तो उनका जवाब था कि आप लोग जितना इस मामले को बड़ा कर रहे हैं, उतना ये है नहीं।