हैदराबाद 09 दिसंबर: मौलाना अब्दुल्लाह कुरैशी अल-अज़हरी चिशती इफ़तेख़ारी ख़तीब-ओ-इमाम मक्का मस्जिद-ओ-नायब शेख़ उल जामिआ निज़ामीया ने मुख़्तसर अलालत के बाद बॉउम्र 81 साल ख़ालिक़ हक़ीक़ी से जा मिले।
मौलाना के इंतेक़ाल की इत्तेला के साथ ही इलमी हलक़ों में गम की लहर दौड़ गई। मौलाना की नमाजे जनाज़ा बरोज़ चहारशंबा बाद नमाजे ज़ुहर तारीख़ी मक्का मस्जिद में अदा की जाएगी और तदफ़ीन अहाता दरगाह हज़रत अबदुल्लाह शाह नक़्शबंदी , नक़्शबंदी चमन वाक़्ये मिस्री गंज में अमल में आएगी।
हज़रत अब्दुल्लाह कुरैशी अल-अज़हरी के इंतेक़ाल के साथ तारीख़ी मक्का मस्जिद का एक बाब भी ख़त्म हो गया। ख़तीब साहिब पिछ्ले 27 बरस से मक्का मस्जिद में खिताबात-ओ-इमामत के फ़राइज़ अंजाम दे रहे थे।