तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस ने भारत रत्न मौलाना अबुल कलाम आज़ाद को मुल्क और कांग्रेस के लिए काबिले फ़ख़र क़रार देते हुए उनके नज़रियात पर अमल करने नौजवान नसल को मश्वरा दिया।
क़ाइद अपोज़ीशन तेलंगाना क़ानूनसाज़ कौंसिल मुहम्मद अली शब्बीर ने मौलाना आज़ाद की मुल़्क और क़ौम और कांग्रेस के लिए ख़िदमात पर रोशनी डालते हुए कहा कि वो मुजाहिद आज़ादी, सहाफ़ी, मुफ़क्किर इस्लाम और मुल्क के पहले वज़ीरे तालीम की हैसियत से ख़िदमात अंजाम दे चुके हैं।
उनकी ज़िंदगी का एक तिहाई हिस्सा जेल में गुज़रा और उन्हें तीन मर्तबा ऑल इंडिया कांग्रेस के सदर के ओहदा पर ख़िदमात अंजाम देने और कांग्रेस के सबसे कम उमर सदर बनने का एज़ाज़ हासिल है।
उन्होंने कहा कि वज़ीरे आज़म नरेंद्र मोदी मुजाहिदीन आज़ादी नेहरू, गांधी और मौलाना आज़ाद की ख़िदमात को फ़रामोश करते हुए गांधी जी के क़ातिल नाथु राम गोडसे और वीर सावरकर को मुहिब्बे वतन क़रार देने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि महकमा तालीम को ज़ाफ़रानी रंग में रंगने की साज़िश और मुल्क में बीफ को मसला बनाकर फ़िर्कापरस्ती की हौसला अफ़ज़ाई की जा रही है। इस मौक़ा पर सफ़दरया हाई स्कूल की तालिबात ने कल्चरल प्रोग्राम पेश किया और मौलाना आज़ाद की हयात पर मुनाक़िदा तहरीरी और तक़रीरी मुक़ाबलों में कामयाब तलबा में इनामात तक़सीम किए गए।