यांगून , 27 मार्च (ए एफ़ पी एजेंसीज़) वसती म्यांमार में हालिया फ़िर्कावाराना तशद्दुद में मरनेवालों की तादाद आज 40 तक पहूंच गई जब एक मुतास्सिरा इलाक़ा से मज़ीद 8 नाशें दस्तयाब हुईं। म्यांमार में दो साल क़ब्ल सख़्तगीर फ़ौजी हुक्मरानी के ख़ातमे के बाद बनी नई हुकूमत के लिए ये झड़पें एक संगीन चैलेंज साबित हो रही हैं। इस्लाहात के नफ़ाज़ की कोशिशों में मसरूफ़ नई हुकूमत को मुस्लिम-बौद्व फ़िर्कावाराना कशीदगी के सबब कई मसाइल दरपेश हैं। हुकूमत म्यांमार ने गुज़शता रोज़ टेलीविज़न के जारी अपने बयान में मज़हबी इंतहापसंदी के ख़ातमे की ज़रूरत पर ज़ोर देते हुए ख़बरदार किया था कि इस (फ़िर्कावाराना तशद्दुद) से बौद्व अक्सरीयती मुल्क में जारी इस्लाहात का अमल मुतास्सिर हो सकता है। फ़िर्कावाराना तशद्दुद-ओ-बेचैनी के सबब म्यांमार की हुकूमत को बैन-उल-अक़वामी दबाओ का सामना भी है।
अक़वाम-ए-मुत्तहिदा के दफ़्तर बराए इंसानी उमूर राबिता ने कहा है कि 12,000 अफ़राद बेघर हुए हैं जबकि दीगर ज़राए के मुताबिक़ ऐसे अफ़राद की तादाद कहीं ज़्यादा है और बेघर होने वालों में तक़रीबन तमाम अफ़राद मुसलमान ही हैं। इस हफ़्ता ताज़ा तरीन झड़पें जे़वरात की एक दूकान में मामूली बहस-ओ-तकरार के बाद शुरू हो गई थीं जिसके नतीजे में मेकतीला में बौद्व अश्रार ने कई मसाजिद और घरों को नज़र-ए-आतिश कर दिया था और कई अफ़राद (मुसलमान) ज़िंदा जला दिए गए थे। सरकारी अख़बार न्यू लाईट आफ़ म्यांमार ने कहा है कि मलबा की सफ़ाई के दौरान मज़ीद 8 नाशें दस्तयाब हुई हैं। बौद्व अवाम और राहिबों के तशद्दुद के ज़िमन में सैंकड़ों अफ़राद को गिरफ़्तार कर लिया गया है।
तशद्दुद के दौरान कई मुसल्लह बौद्व राहिबों को सड़कों पर घूमता देखा गया था जो मुतास्सिरा मुक़ामात के दौरा के ख़िलाफ़ सहीफ़ानिगारों को धमकीयां देते हुए देखे गए। गुज़शता साल मग़रिबी रियासत राखाइन में मुसलमानों और बौद्वों के माबैन बदतरीन फ़िर्कावाराना तशद्दुद के नतीजा में कम से कम 180 अफ़राद हलाक और दीगर 110,000 अफ़राद बेघर हो गए थे ।