नई दिल्ली।, ०७ जनवरी ( पी टी आई) मुंबई और दिल्ली में शिद्दत तशहीर शूदा अन्ना हज़ारे के भूक हड़ताल के नाकाम होने के चंद दिन बाद अन्ना हज़ारे टीम ब ज़ाहिर एक मज़बूत लोक पाल बिल लाने के लिए अपनी लड़ाई को जारी रखने उलझन का शिकार नज़र आती है।
अन्ना हज़ारे टीम का कहना है कि इन की तहरीक अब दोराहे पर खड़ी है। इस मरहला पर एक ग़लत फ़ैसला तहरीक के लिए तबाहकुन साबित हो सकता है। अगरचे कि अन्ना हज़ारे की टीम बाबू सिंह क़सवा जैसे दागदार सियासतदानों को अपनी सफ़ में शामिल करने पर बी जे पी को तन्क़ीद का निशाना बनाना चाहती है लेकिन वो कांग्रेस को भी नहीं बख़्शेगी।
इस के ताल्लुक़ से अन्ना हज़ारे ने दावे किया है कि इस ने लोक पाल मसला पर अवाम को धोका दिया है। वज़ीर-ए-आज़म ने भी फ़रेब से काम लिया है। लोक पाल मसला पर मर्कज़ी क़ियादत बे सुन्दी का शिकार नज़र आती है।
अन्ना हज़ारे की अलालत और अपना एहतिजाज फ़ौरी ख़तम कर देने के इलावा कांग्रेस के ख़िलाफ़ मुहिम चलाने के लिए इंतिख़ाबात वाले रियास्तों का दौरा मंसूख़ करने से अन्नाहज़ारे टीम में मायूसी फैल गई है।
इस टीम के अहम रुकन अरविंद केजरीवाल ने एक मज़मून में टीम की राय पेश करते हुए लिखा था कि टीम के अरकान एहतियात पसंदी से काम ले रहे हैं क्यों कि इस वक़्त कोई भी ग़लत फ़ैसला तहरीक को तबाह करसकता है। उन्हों ने कहा कि इंसिदाद रिश्वत सतानी तहरीक आज दोराहे की नज़र होगई है। अब हमें यहां से कहां जाना है ? इस का कोई इल्म नहीं ।
अन्ना हज़ारे दवाखाने में शरीक हैं, दो दिन क़बल ही मैंने उन से मुलाक़ात की थी। डाक्टरों के मश्वरे पर अन्ना हज़ारे ने पाँच रियास्तों का दौरा करने का मंसूबा भी मंसूख़ कर दिया है। अरविंद केजरीवाल ने बी जे पी में क़सवा को शामिल करने पर मुख़ालिफ़ कांग्रेस मुहिम के साथ साथ बी जे पी को भी निशाना बनाने का फ़ैसला किया। रिश्वत सतानी के इल्ज़ामात का सामना करने वाले लीडर को आख़िर बी जे पी अपने सफ़ में किस तरह शामिल कर सकती है।
अगर हम इंतिख़ाबात वाली रियास्तों का दौरा नहीं करेंगे तो आगे हमें क्या करना चाहीए। क्या अन्नाहज़ारे को एक और भूक हड़ताल करना चाहीए । लेकिन हुकूमत ने पहले ही इशारा दिया है कि जो लोग तहरीक में शामिल होंगे वो वोट हासिल करने के अहल नहीं होंगी। डसमबर के आख़िरी हफ़्ता मैं अनाहज़ारे की मुंबई और दिल्ली की भूक हड़ताल नाकाम रही।
इस से कांग्रेस और दीगर क़ाइदीन को ये ख़्याल हुआ कि अब अन्नाहज़ारे का असर ख़तम होगया है इस लिए अन्नाहज़ारे टीम को अपनी ख़ुद की पार्टी बनानी चाहीए लेकिन इस टीम में सयासी क़ाबिलीयत नहीं है। ये तो सिर्फ अवामी तहरीक है। तहरीक उसी वक़्त कामयाब होती है जब इस में हज़ारों अफ़राद शरीक हूँ।
अन्नाहज़ारे टीम के रुकन ने कहा कि केजरिवाल के मज़मून के बाइस मुल्क भर से तक़रीबन एक हज़ार ई मेल वसूल हुए हैं जिस में कई तजावीज़ भी दी गई हैं।