यकीन देहानी नहीं, खास रियासत का दर्जा चाहिए : नीतीश

वजीरे आला नीतीश कुमार ने कहा है कि बिहार को यकीन नहीं, बल्कि खास रियासत का दर्जा चाहिए। खुसूसी रियासत का दर्जा मिलने से तरक़्क़ी की रफ्तार तेज और टिकाऊ होगी। कम वक़्त में हम क़ौमी औसत तक पहुंच सकते हैं। जुमा को सरकारी गेस्ट हाउस के एनेक्सी इमारत की इफ़्तेताह करने के बाद सहफ़ियों से बातचीत में वजीरे आला ने कहा कि दर्जा मिलने से मर्कज़ स्पोंसार मंसूबों में कम सरमाया लगानी होगी। रियासत में सनअत धंधे खुलेंगे, जिससे बेरोजगारी दूर होगी। बिहार के लोगों की मांग है कि खुसूसी रियासत का दर्जा मिले। मर्कज़ पारलीमानी काम रियासत वज़ीर राजीव शुक्ला के बयान पर अमल ज़हीर करते हुये सीएम ने कहा कि उनके बयान में कोई नयी बात नहीं है। इस पर रद्द अमल ज़हीर करने का कोई मतलब नहीं है। खुसूसी रियासत का दर्जा के लिए महेरिनो की कमेटी बनी है।

यह कमेटी क्या सिफारिश करती है और मर्कजी हुकूमत क्या फैसला लेती है, यह अहम है। कमेटी की रिपोर्ट के मुखतलिफ़ पहलुओं पर मर्कजी हुकूमत को गौर करना है।

रियासतों के पशमनदगी को दूर करने के लिए क्या अक़्दमात किया जाना है, यह सेंटर को ही तय करना है। खुसूसी रियासत का दर्जा के लिए वजीरे आजम को मेमोरेडम सौंपा गया है। जदयू का वफ़द भी वजीरे आजम से मिल कर मेमोरेंडम सौंप चुका है। उधर, विधान पार्षद शरीक पार्टी तर्जुमान संजय सिंह ने कहा है कि जदयू ने सवा करोड़ लोगों से दस्तखत करवाये। पटना और नयी दिल्ली में रैली हुई। खुसूसी रियासत का दर्जा बिहार की आवाम की मांग बन चुका है।