हैदराबाद: तेलंगाना के वज़ीर ए आला के चंद्रशेखर राव के मेडक वाके फार्म हाउस में चल रहे अयुत चंडी महायज्ञ में इतवार के रोज़ आग लग गई। आग लग जाने से वहां चारों तरफ अफरा-तफरी का माहौल बन गया। फायर बिग्रेड (दमकल) की चार गाड़ियां मुसलसल आग बुझाने की कोशिशों में लगी हुई हैं।
तकरीबन 7 करोड़ रुपए खर्च कर मुनाकिद किए जा रहे इस यज्ञ में आंध्रप्रदेश के वज़ीर ए आला एन. चंद्रबाबू नायडू, मरकज़ी वज़ीर सज्जन चौधरी, रियासत के वज़ीर के. ई. कृष्णमूर्ति, गंता श्रीनिवास और दिगर मकबूल लोग भी शामिल हुए हैं।
यज्ञ में शामिल होने के लिए नायडू अपने साथ विजयवाड़ा के श्री कंकदुर्गाम्मा मंदिर से कुमकुम और एक साड़ी लाए थे। अंदरूनी ज़राये के मुताबिक सदर जम्हूरिया प्रणव मुखर्जी भी यज्ञ में हिस्सा ले सकते हैं। आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश के दो हजार से ज्यादा ब्राह्मणों ने यज्ञ से मुताल्लिक पूजा और मज़हबी रस्म अदा किए।
प्रोग्राम
(1) यह चंडी यज्ञ पांच रोजज़ का है। इसमें कुल 108 यज्ञ कुंड बनाए गए हैं जिनमें 1500 पुजारियों ने पूजा शुरू करवाई।
(2) अब तक 50,000 से ज़्यादा लोग प्रोग्राम में हिस्सा ले चुके हैं। इनमें कई रिसतों के वज़ीर ए आला , गवर्नर और मकबूल लोग शामिल हैं।
(3) यज्ञ के आखिरी दिन इतवार के रोज़ करीब दो लाख अकीदतमंदो के लिए खाना का इंतेज़ाम कराने की तैयारी की गई है। यज्ञ में हिस्सा लेने वाले लोगों के लिए खाने का इंतेज़ाम करने के वास्ते 400 रसोइयों को रखा गया है।
(4) यज्ञ में कुल 7 करोड़ रुपए खर्च होने का अंदाज़ा लगाया गया है, हालांकि वज़ीर ए आला के चंद्रशेखर राव ने कहा है कि इस प्रोग्राम में एक भी रुपया हुकूमत ने नहीं दिया है। सारा खर्चा वह खुद उठा रहे हैं।