यमन की ज़ंग में सऊदी अरब का समर्थन बंद करने के लिए अमेरिकी सीनेटरों ने किया वोट, ट्रम्प की मुश्किलें बढ़ी!

अमरीकी सिनेट ने यमन युद्ध में अमरीका द्वारा सऊदी अरब का समर्थन बंद किए जाने के मामले पर चर्चा के बाद इस संबंध में मतविभाजन करके राष्ट्रपति ट्रम्प की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।

वाइट हाउस और अमरीकी विदेश मंत्री की ओर से यमन युद्ध के मामले की समीक्षा न किए जाने के आग्रह के बावजूद अमरीकी सेनेट ने बुधवार को 37 के मुक़ाबले में 63 वोटों से एक बिल पास करके यमन युद्ध में अमरीका की ओर से सऊदी अरब का समर्थन बंद करने की समीक्षा का मार्ग प्रशस्त कर दिया है।

इस प्राथमिक मत विभाजन के बाद अमरीकी सिनेट ने इस मामले में एक प्रस्ताव पास करने की समीक्षा को सहमति दे दी है। सिनेट में रिपब्लिकन सिनेटर माइक ली ने कहा कि अमरीका को यमन के रक्तरंजित युद्ध में शामिल नहीं होना चाहिए जबकि अमरीका के समर्थन से यमन में लोगों का जनसंहार जारी है।

ट्रम्प की पार्टी के इस सिनेटर ने कहा कि यमन की स्थिति अत्यंत गंभीर है और युद्ध के कारण दसियों हज़ार निर्दोष लोग मारे गए हैं। उन्होंने कहा कि इस युद्ध में अमरीका ने सऊदी अरब का समर्थन करके स्थिति को बदतर बना दिया है।

अमरीका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो और रक्षा मंत्री जेम्स मेटिज़ ने अमरीकी सिनेटरों से अपील की है कि वे यमन युद्ध में अमरीका के हस्तक्षेप का समर्थन करें।

पोम्पियो ने कहा कि सऊदी अरब से संबंधों को कम करना, अमरीका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बहुत बड़ी ग़लती है और इससे सऊदी अरब के अधिकारियों पर देश की आंतरिक स्थिति बेहतर बनाने के लिए दबाव नहीं पड़ेगा।

इस बीच वाइट हाउस ने भी बुधवार की रात धमकी देते हुए कहा है कि सिनेट का यह बल स्वीकार्य नहीं है और इसमें बदलाव किया जाना चाहिए और अगर इसमें बदलाव न किया गया तो अमरीकी राष्ट्रपति उसे वीटो कर देंगे।

साभार- ‘parstoday.com’