यमन में अमेरीकी सिफ़ारतख़ाना पर इस्लामी पर्चम , दुनिया भर में एहतिजाज (प्रदर्शन) जारी

क़ाहिरा, १४ सितंबर (एजेंसीज़) इस्लाम और मुसलमानों के जज़बात को बरअंगेख़्ता करने वाली फ़िल्म के ख़िलाफ़ मशरिक़ वुसता और जुनूबी एशीया में आज भी ग़ैरमामूली मुज़ाहिरे किए गए और मलऊन फ़िल्म डायरेक्टर के ख़िलाफ़ कार्रवाई का मुतालिबा किया गया।

दुनिया भर में मुसलमानों ने अपने शदीद ( शख्त) जज़बात-ओ-ब्रहमी ( गुस्सा) का इज़हार करते हुए इस मुतनाज़ा ( विवादित) फ़िल्म की नुमाइश रोकने और यहूदी डायरेक्टर के ख़िलाफ़ कार्रवाई पर ज़ोर दिया। एहतिजाजी मुज़ाहिरों के दौरान मुख़ालिफ़ अमरीका नारे लगाए गए।

यमन की राजधानी में हज़ारों मुसलमान अमेरीकी सिफ़ारत ख़ाना में घुस पड़े और उन्होंने अमरीकी पर्चम नज़र-ए-आतिश किया। सिफ़ारतख़ाना के अतराफ़ ( चारो तरफ) सख़्त सीक्योरिटी की परवाह किए बगै़र एहतिजाजी वहां दाख़िल हो गए और उन्होंने अमेरीकी पर्चम को नीचे उतार कर इस्लामी पर्चम लहरा दिया जिस पर कलिमा तय्यबा तहरीर था।

एहतिजाजियों पर सिक्योरीटी फ़ोर्स ने फायरिंग की जिस में 4 एहतिजाजी हलाक दीगर ( अन्य) 30 ज़ख्मी हुए । शान ए रिसालत में गुस्ताख़ी पर मबनी ( निर्धारित/ बनी) फ़िल्म के ख़िलाफ़ मशरिक़ वुसता और सूडान , तीवनस के इलावा बंगला देश, मराक़िश, ईरान और इराक़ में भी एहितजाजी मुज़ाहिरे किए गए जबकि मिस्र में अमरीकी सिफ़ारतख़ाना के बाहर पुलिस के साथ एहतिजाजियों की झड़प हो गई।

कल लीबिया के शहर बन ग़ाज़ी में एहतिजाजियों ने अमेरीकी सफ़ीर ( राजदूत) क्रीस स्टीवन्स और दीगर 3 अमेरीकी शहरीयों को हलाक कर दिया था। इराक़ में असीब उल-हक़ नामी दहशतगर्द तंज़ीम के क़ाइद क़ैस अलग़ज़ाली ने कहा कि पैग़ंबर इस्लाम स०अ‍० व० की शान में गुस्ताख़ी हमारे लिए नाक़ाबिल-ए-बर्दाश्त है और हम अमरीकी मुफ़ादात को नुक़्सान पहुंचाते रहेंगे।

उन्होंने कहा कि नामूस रिसालत स० अ० व० में गुस्ताख़ी नाक़ाबिल माफ़ी जुर्म है। मराक़िश के सब से बड़े शहर में हज़ारों मुसलमान अमेरीकी कौंसिल ख़ाने के बाहर जमा हो गए और उन्हों ने मुख़ालिफ़ अमरीका नारे लगाए। वो ओबामा को मौत के नारे भी लगा रहे थे। इराक़ के नजफ़ शहर में शीया रहनुमा मुक़तिदा अलसदर के हज़ारों हामीयों ने भी एहतिजाजी मुज़ाहरा मुनज़्ज़म ( स‍ंगठित) किया। सिंह में अमेरीकी सिफ़ारतख़ाना में घुसने से पहले मुज़ाहिरीन ने बैरूनी दीवार पर सिफ़ारतख़ाने के निशान को निकाल दिया और अहाता में टावर नज़र-ए-आतिश किया ( जला दिया)।

मिस्र में एहतिजाजियों का पुलिस ने तआक़ुब किया और उन की झड़प हो गई। यमन में सिक्योरीटी फोर्सेस ने मुज़ाहिरीन को मुंतशिर ( परेशान ) करने के लिए हवाई फायरिंग की और आँसू गैस का इस्तेमाल किया। वाशिंगटन में यमनी सिफ़ारतख़ाने की जानिब से इस हमला की मुज़म्मत की गई।

यमन में अलक़ायदा काफ़ी सरगर्म है और हुकूमत यमन की इन्सिदाद-ए-दहशत गर्दी मुहिम को अमेरीका की सरगर्म ताईद हासिल है। बंगला देश के दार-उल-हकूमत ( राजधानी) ढाका में हज़ारों एहतिजाजियों (प्रदर्शनकारीयों) ने मुज़ाहरा करते हुए अमरीकी पर्चम नज़र-ए-आतिश किया और नारे लगाए। बंगला देश ख़िलाफ़त आंदोलन के सरबराह शाह अहमद उल्लाह अशरफ़ ने अमेरीका से एक गुस्ताखाना फ़िल्म पर फ़ौरी ( शीघ्र/ फौरन) माज़रत ख़्वाही और ये फ़िल्म बनाने वालों को गिरफ़्तार करने का मुतालिबा किया।

उन्होंने कहा कि ढाका में अमेरीकी सिफ़ारतख़ाने को निशाना बनाया जा सकता है। इस के साथ साथ जुमा की नमाज़ के बाद मुल्क गीर एहतिजाज का इंतिबाह (चेतावनी) दिया। तेहरान में बेशुमार एहतिजाजी अमेरीका को मौत के नारे लगाते हुए स्विस सिफ़ारतख़ाने तक मार्च किया चूँकि अमेरीका और ईरान के सिफ़ारती ताल्लुक़ात मुनक़ते (कटा हुआ है) हैं इसलिए अमरीकी मुफ़ादात की स्विस सिफ़ारतख़ाने के ज़रीया तकमील (पुर्ती/ पूरी) की जाती है।

पुलिस और सीक्योरिटी अमला ने इन एहतिजाजियों को सिफ़ारतख़ाने के अहाता तक पहुंचने से रोक दिया। इस के इलावा सफ़ीरों का एहतियाती तौर पर पहले ही तख़लिया (खाली) कर दिया गया था। क़ाहिरा में पुलिस ने अमेरीकी सिफ़ारत ख़ाने के बाहर इस्लाम मुख़ालिफ़ फ़िल्म के ख़िलाफ़ एहतिजाज करने वाले मुज़ाहिरीन को मुंतशिर करने के लिए लाठी चार्ज किया और आँसू गैस इस्तेमाल की।

मुज़ाहिरीन अमेरीका में तौहीन इस्लाम पर मबनी ( निर्धारित) फ़िल्म के ख़िलाफ़ एहतिजाज कर रहे थे।वज़ारत-ए-सेहत के मुताबिक़ झड़पों में रात भर के हंगामों के दौरान 13अफ़राद ( लोग) ज़ख़मी हुए,हज़ारों मुज़ाहिरीन ने अमेरीकी झंडे को फाड़ कर वहां इस्लामी पर्चम लहरा दिए।

वज़ारत-ए-दाख़िला ( गृह मंत्री) के मुताबिक़ झड़पें उस वक़्त शुरू हुई जब मुज़ाहिरीन ने अमरीकी सिफ़ारत ख़ाने की हिफ़ाज़त पर मामूर सिक्योरिटी फ़ोर्से पर पथराव किया और बोतलों से हमला कर दिया।मिस्री हुकूमत ने फ़िल्म की मुज़म्मत करते हुए मुज़ाहिरीन से सब्र-ओ-तहम्मुल से काम लेने की अपील की है।

मिस्री वज़ीर-ए-आज़म हाशिम क़ंदील ने प्रेस कान्फ्रेंस में काबीना (Cabinet/ मंत्रीमंडल) की जानिब से दिया गया ब्यान पढ़ते हुए कहा कि इस फ़िल्म में जो इहानत (अपमान) और गुस्ताख़ी की गई है वो हमारे लिए नाक़ाबिल-ए-बर्दाश्त है ।हम मिस्र की अवाम से सब्र तहम्मुल से काम लेने की अपील करते हैं।

वाज़िह रहे कि तौहीन इस्लाम पर मबनी ( निर्धारित) फ़िल्म पर लीबा, मिस्र और यमन मुज़ाहिरे जारी हैं, लीबिया में गुज़शता रोज़ इसी तरह के हमले अमेरीकी सिफ़ारत कार ( दूतकर्म) भी हलाक हो गया। सऊदी अरब ने गुस्ताखाना फ़िल्म की मुज़म्मत की और अमरीकी सिफ़ारतख़ानों पर हमले की मुख़ालिफ़त (की ।