ईरान के सदर ने आज सऊदी अरब और उस के हलीफ़ ममालिक को इंतिबाह दिया है कि यमन में जो फ़िज़ाई हमले किए जा रहे हैं वो सऊदी अरब की सब से बड़ी ग़लती है लिहाज़ा फ़िज़ाई हमलों के सिलसिले को फ़ौरी तौर पर मस्दूद किया जाए।
सदर हसन रुहानी ने इस नौईयत की मुहिम्मात को ग़लत क़रार दिया जिस के लिए उन्हों ने शाम और इराक़ की मिसाल भी दी। बहरहाल उन्हों ने किसी भी मुल्क का नाम लिए बगै़र सिर्फ़ सऊदी अरब से कहा कि जल्द ही उस को मालूम हो जाएगा कि यमन में जो कुछ हो रहा है वो एक फ़ाश ग़लती है। उन्हों ने यमन में फ़ौरी जंग बंदी और बोहरान की यक्सूई के लिए वसीअ तर बातचीत की ज़रूरत पर ज़ोर दिया।
दो हफ़्तों से सऊदी की क़ियादत वाली अफ़्वाज यमन पर फ़िज़ाई हमले कर रही है ताकि मुबैयना ईरान की ताईद वाले शीया हूसीयों को यमन पर क़ब्ज़ा करने से रोका जाए जबकि हक़ीक़त ये है कि हूसी बाग़ीयों ने अरब जज़ीरा नुमा के बेशतर हिस्सों पर क़ब्ज़ा जमा रखा है जबकि ईरान और बाग़ीयों ने इस बात की तरदीद की है कि वो (ईरान) बाग़ीयों को मुसल्लह कररहा है।