सीनीयर बी जे पी क़ाइद ( लीडर) यशवंत सिन्हा ने आज एक मुक़ामी ( स्थायी) अदालत के रूबरू ख़ुदसपुर्दगी इख़तियार कर ली। याद रहे कि 2008 में इस वक़्त की मधु कोड हुकूमत के दौरान इंसिदाद बदउनवानी ( नियम विरुद्वता ) के लिए उन्होंने एक एहितजाजी रैली की क़ियादत की थी।
ख़ुदसपुर्दगी के बाद उन की ज़मानत मंज़ूर हो गई। जोडीशील मजिस्ट्रेट राजीव रंजन के इजलास पर यशवंत सिन्हा ज़मानत की दरख़ास्त दाख़िल की थी जो 5000 रुपये के शख़्सी मुचल्का के इदख़ाल के बाद मंज़ूर कर ली गई।