यासीन मलिक का पासपोर्ट जब्त होने का इम्कान, होगी पूछताछ

नई दिल्ली, 13 फरवरी: पाकिस्तान में दहशतगर्द सरगना हाफिज सईद के साथ कश्मीर के अलगाववादी लीडर यासीन मलिक की नापाक जुगलबंदी को लेकर बवाल मच गया है। इस वाकिया को लेकर पाकिस्तान से लौटते ही मलिक से पूछताछ की जा सकती है। उनका पासपोर्ट भी जब्त किया जा सकता है। साथ ही वज़ारत ए खारेजा ने हुर्रियत और दूसरे अलगाववादी लीडरों को पाकिस्तान जाने देने की पालिसी का जायज़ा लेना भी शुरू कर दिया है।

मलिक के हिंदुस्तान के मोस्ट वांटेड फहरिस्त में शुमार दहशतगर्द हाफिज़ सईद के साथ मंच साझा करने को लेकर यूपीए हुकूमत घिर गई है। लिहाजा, हुकूमत ने मलिक के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने का फैसला किया है। बाकी अलगाववादी लीडरों पर भी सेक्युरिटी एजेंसियों ने निगरानी बढ़ा दी है।

अब तक हुकूमत कश्मीर में अमन बहाली करने की कोशिशों के तहत अलगाववादी लीडरों को पाकिस्तान जाने की इजाजत दे रही थी। मगर हुकूमत की नरमी का उन्होंने फायदा उठाया। लिहाजा वज़ारत ए खारेज़ा ने अब मुस्त्कबिल में अलगाववादी लीडरों को वीजा देने पर जायज़ा करना शुरू कर दिया है।

ज़राए ने बताया कि यासीन मलिक के लौटते ही पाकिस्तान में उनकी सरगर्मियों को लेकर न केवल पूछताछ की जाएगी बल्कि उनका पासपोर्ट भी जब्त किया जा सकता है। अपोजिशन ने मलिक को वीजा देने पर हुकूमत के फैसले पर सवाल उठाया है। बीजेपी ने मलिक की गिरफ्तारी की मांग की है। बीजेपी के तर्जुमान प्रकाश जावडेकर ने कहा है कि ये दहशतगर्दी पर हुकूमत की ढुलमुल पालिसी का ही नतीजा है कि मुल्क में रहने वाला एक शहरी मुल्क के सबसे बड़े दुश्मन के साथ भूख हड़ताल कर रहा है।

जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के सदर यासीन मलिक ने अफजल गुरू की फांसी के मुखालिफ में इस्लामाबाद में एक दिन की भूख हड़ताल की। जहां मलिक और हाफिज सईद एक मंच पर देखे गए। इस शोकसभा में मलिक ने अफजल की फांसी को हिंदुस्तानी जम्हूरियत के लिए धब्बा करार दिया।

मलिक का पास्पोर्ट मार्च के आखिर में एक्सपायर हो जाएगा , उनका पाकिस्तानी वीजा की आखरी तारीख 26 फरवरी है।

सलमान खुर्शीद, वज़ीर ए खारेजा ने कहा कि यह वज़ारत ए खारेजा से जुड़ा हुआ मामला है। वह इस मामले पर जो भी फैसला करेगा हम उस पर अमल करेंगे।-