ज़राए इबलाग़ के मुताबिक़ यूनानी वज़ीरे आज़म ने मामूली तबदीलीयों के साथ आलमी मालीयाती फ़ंड (आई एम एफ़) समेत मुल्क के क़र्ज़ ख्वाहों की शराइत क़ुबूल करने पर आमादगी ज़ाहिर कर दी है। लेकिन जर्मनी के वज़ीरे ख़ज़ाना ने कहा है कि इमदादी पैकेज पर यूनान के साथ अब इतवार के रैफ़रेंडम से पहले मुज़ाकरात मुम्किन नहीं हैं।
बर्तानवी अख़बार फ़ाइनेन्शियल टाईम्स को मिलने वाले इस ख़त के मुताबिक़ जो यूनानी वज़ीरे आज़म अलेक्सेस तसीप्रास ने क़र्ज़ख़ाह इदारों को लिखा है, यूनानी हुकूमत ने वो सारी शराइत मानने पर आमादगी ज़ाहिर की है जो यूरोपीय और आलमी मालीयाती इदारों के साथ मुज़ाकरात में तात्तुल पैदा होने से पहले आइद की जा रही थीं।
दूसरी जानिब यूनान की तरफ़ से शराइत क़ुबूल कर लेने के इमकान पर यूरोपीय हिसस बाज़ारों में फ़ौरी तेज़ी देखने में आई है।