वज़ीर आज़म(प्रधान मंत्री) कोयला कानकुनी एस्क़ाम मुआमला की अख़लाक़ी ज़िम्मेदारी क़बूल करते हुए अपने ओहदे से मुस्ताफ़ी हूजाएं और पूरे मुआमला की मुकम्मल जांच के अहकाम जारी करें । सदर तेलगू देशम मिस्टर इन चंद्रा बाबू नायडू ने आज प्रेस कान्फ़्रैंस से ख़िताब के दौरान ये बात कही । उन्हों ने बताया के यू पी ए हुकूमत बदउनवानीयों(करप्शन )-ओ-बे क़ाईदगियों के मंज़रे आम पर आने के बाद इक़तिदार पर बरक़रार रहने के हक़ से महरूम होचुकी है ।
मिस्टर नायडू ने डाक्टर मनमोहन सिंह के बयान को इंतिहाई गैर ज़िम्मा दाराना-ओ-अफ़सोसनाक क़रार देते हुए कहा कि वज़ीर आज़म(प्रधान मंत्री) बेइंतिहा कमज़ोर साबित होचुके हैं जो कि मुल्क के असासा जात-ओ-अवामी दौलत के निगरान ख़ुदमुख़तार इदारे सी ए जी के वक़ार को भी मजरूह करने लगे हैं । सदर तेलगू देशम ने बताया कि सी ए जी एक ख़ुदमुख़तार और जम्हूरियत की ख़ूबसूरती का अक्कास इदारा है जो अवामी दौलत के इस्तिमाल पर नज़र रखे हुए रहता है ।
इलावा अज़ीं (इसके इलावा)ये इदारा इसी मुआमला की तहक़ीक़ करते हुए रिपोर्ट पेश करता है जिसे नागुज़ीर तसव्वुर किया जाता है मगर वज़ीर आज़म(प्रधान मंत्री) इस इदारे के वक़ार को भी घटाने की कोशिश कर रहे हैं । मिस्टर नायडू ने बताया कि डाक्टर मनमोहन सिंह ने जिस अंदाज़ में बयान जारी किया है इस से एसा महसूस होता है कि वो एक ज़िम्मेदार वज़ीर आज़म(प्रधान मंत्री) की हैसियत से ख़ातियों को कैफ़र किरदार तक पहुंचाने के बजाय उन्हें बचाने की कोशिश में मसरूफ़ हैं ।
उन्हों ने मुल्क में फैल रही है बेरोज़गारी , बर्क़ी(बिजली) क़िल्लत , अवामी मसाइल ,मआशी बदहाली और धमाकू सूरत-ए-हाल के लिये बदउनवानीयों (करप्शन )-ओ-बे क़ाईदगियों को बुनियादी वजह क़रार देते हुए कहा कि मुल़्क की अबतरी के लिये हुकूमत की बदउनवानीयाँ ज़िम्मेदार हैं । उन्हों ने बताया कि रियासत में तेलगू देशम ने अपने दौर-ए-इक्तदार के दौरान बर्क़ी(बिजली) इस्लाहात के ज़रीया 24 घंटे बर्क़ी(बिजली) सरबराही को यक़ीनी बनाने के इक़दामात किए थे लेकिन कांग्रेस ने इक़तिदार सँभालने के फ़ौरी बाद बर्क़ी(बिजली) इस्लाहात के ख़िलाफ़ इक़दामात करते हुए रियासत को बर्क़ी(बिजली) बोहरान(संकट) से दो-चार कर दिया है ।
उन्हों ने चीफ मिनिस्टर की जानिब से बर्क़ी(बिजली) सूरत-ए-हाल पर दीए गए बयान को तन्क़ीद का निशाना बनाते हुए कहा कि हुकूमत बर्क़ी(बिजली) पैदावार के इक़दामात के बजाय सूरत-ए-हाल का दिफ़ा करने की कोशिश कर रही है । मिस्टर नायडू ने बताया कि क़ौमी सतह पर अवाम का मिज़ाज हुकूमत की कारकर्दगी के सबब मुख़ालिफ़ हुकूमत बन चुका है । मिस्टर नायडू ने स्कालर शिपस और फीस की बाज़ अदाएगी मुआमला में हुकूमत के तज़बज़ुब को तन्क़ीदका निशाना बनाते हुए कहा कि हुकूमत अवाम की फ़लाह-ओ-बहबूद में नाकाम होचुकी है ।।