यूपी चुनाव को मोदी- अमित शाह ने साम्प्रदायिक और धार्मिक रुप देने में कोई कसर नहीं छोड़ी- मायावती

लखनऊ। बसपा मुखिया मायावती ने नरेंद्र मोदी सरकार पर आज जमकर निशाना साधा। उन्‍होंने कहा, गंगा नदी की सफाई के नाम पर अरबों रुपये की फिजूलखर्ची की पोल खुलने और अपनी मनमानी कार्यप्रणाली पर रोक लगने की आशंका की वजह से ही मोदी लोकपाल संस्था का गठन नहीं कर रहे हैं।

मायावती ने यहां प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी अपनी हर रैली में बता रहे हैं कि सरकारी बाबुओं ने देश को बहुत लूटा है लेकिन वह लोकपाल संस्था बनाने की हिम्मत नहीं जुटा पाये हैं, क्योंकि उन्हें मालूम है कि लोकपाल का पहला शिकार खुद उनकी सरकार बन सकती है और उनकी मनमानी कार्यप्रणाली का अंत हो जाएगा।

उन्होंने कहा कि मोदी ने गुजरात में अपने मुख्यमंत्रित्वकाल के दौरान वहां लोकायुक्त की नियुक्ति कभी नहीं होने दी। कांग्रेस सरकारों की तरह ही मोदी सरकार ने भी गंगा की सफाई के नाम पर अरबों रपये खर्च कर दिये हैं। सवाल यह है कि इस मद में होने वाले अपव्यय की जांच कौन करेगा।

बसपा अध्यक्ष ने कहा कि मोदी और उनके ‘चेले’ भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने अपने राजनीतिक भविष्य को भी खतरे में देखकर इस चुनाव को साम्प्रदायिक और धार्मिक रुप देने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी। प्रधानमंत्री वाराणसी में कई दिन रोडशो करते रहे।

मोदी तो तमाम लोकतांत्रिक परम्पराओं को ताक पर रखकर राजनीतिक रुप से ऐसे सक्रिय रहे, जैसे वह अघोषित तौर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद के दावेदार हों।