यू पी एससी इमतेहानात को मुल्तवी करने की मज़म्मत: पांडव रंगा रेड्डी

रज़ाकाराना तंज़ीम हमारा हैदराबाद ने यूपी एससी इमतेहानात को मुल्तवी करने के मर्कज़ी हुकूमत के इक़दामात की सख़्त अलफ़ाज़ में मज़म्मत की और कहा कि पहली बार किसी हुकूमत ने एहमीयत के हामिल इमतेहानात को मुल्तवी करते हुए तलबा की ज़िंदगी से खिलवाड़ किया है।

सोमाजीगुड़ा प्रेस कलब में मुनाक़िदा एक प्रेस कांफ्रेंस से ख़िताब करते हुए तंज़ीम के क़ाइदीन ने लिसानी बुनियादों पर मुल्क के तालीमी निज़ाम को तक़सीम करने का मर्कज़ी हुकूमत पर इल्ज़ाम आइद किया।

सदर वाइस आफ़ तेलंगाना कैप्टन पांडव रंगा रेड्डी ने यू पी एससी इमतेहानात में इलाक़ाई ज़बानों को शामिल करने को मर्कज़ी हुकूमत की साज़िश का हिस्सा क़रार देते हुए कहा कि यू पी एससी इमतेहानात से अंग्रेज़ी ज़बान की एहमीयत को ख़त्म करने और हिन्दी ज़बान को फ़रोग़ देकर नॉर्थ इंडियन अवाम को फ़ायदा पहुंचाने की मर्कज़ी हुकूमत मंसूबा बंदी कररही है।

कैप्टन पांडव रंगा रेड्डी ने कहा कि 1978 में जनता पार्टी ने यू पी एससी इमतेहानात में हिन्दी को लाज़िमी क़रार देते हुए सिविल सरविस इमतेहानात में इलाक़ाई वारीयत को फ़रोग़ दिया था और अब दुबारा बी जे पी हुकूमत यू पी एससी इमतेहानात में अंग्रेज़ी की एहमीयत को ख़त्म करते हुए इलाक़ाई ज़बानों के फ़रोग़ बिलख़सूस हिन्दी को लाज़िमी करना चाहती है।

उन्होंने कहा कि हिन्दी या इलाक़ाई ज़बानों को ऑपशन के तौर पर इस्तेमाल करते हुए यूपी एससी इमतेहानात का इनइक़ाद मज़कूरा इमतेहानात की एहमीयत को घटाने के बराबर होगा।