हैदराबाद की मुख़्तलिफ़ मसाजिद में रमज़ान उल-मुबारक के पहले अशरा के इख़तेताम पर ख़ुसूसी दुआएं की गईं। तारीख़ी मक्का मस्जिद में रमज़ान उल-मुबारक के पहले अशरा के इख़तेताम पर बाराँ-ए-रहमत के लिए ख़ुसूसी दुआएं की गईं।
ख़तीब मक्का मस्जिद हाफ़िज़-ओ-क़ारी अबदुल्लाह क़ुरैशी ने बारिश के लिए रक्त अंगेज़ दुआ की। मादर-ए-वतन हिंदुस्तान और बिलख़सूस रियासत तेलंगाना में अमन, तरक़्क़ी-ओ-ख़ुशहाली के अलावा आलिम इस्लाम में अमन-ओ-अमान, मिल्लत-ए-इस्लामीया में इत्तिहाद के लिए भी दुआएं की गईं।
डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर महमूद अली ने शिरकत की और नमाज़ तरावीह अदा की। इमाम मक्का मस्जिद हाफ़िज़-ओ-क़ारी मुहम्मद रिज़वान क़ुरैशी ने पहले अशरा में नमाज़ तरावीह में रोज़ाना तीन पारों की तिलावत की और कल शब कलाम मजीद की तकमील हुई। ख़ुसूसी दुआ और तरावीह में शिरकत करने वालों में मुफ़्ती मुहम्मद अज़ीमुद्दीन सदर मुफ़्ती जामिआ निज़ामीया और मौलाना सय्यद क़बूल पाशाह मोतमिद मजलिस उल्मा दक्कन भी शामिल थे।
डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर ने नमाज़ और दुआ के बाद मुस्लियों से मुख़्तसर ख़िताब किया और वादा किया कि रियासती टी आर एस हुकूमत मुसलमानों को पुलिस हिरासानी से नजात दिलाएगी और किसी भी दूसरी रियासत की पुलिस तेलंगाना के किसी भी बेक़सूर मुस्लिम को गिरफ़्तार नहीं करसकेगी।
मुसलमानों और दुसरे अक़लियतों को 12 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात और हर मुस्लिम ख़ानदान के एक शख़्स को मुलाज़मत देने के वादे की पाबंद है। मक्का मस्जिद को शाही मस्जिद का दर्जा दिया जाएगा।