रमजान‌ में टूर्नामेंटस न करवाई जाएं : अब्बासी

रोज़ा रखने की वजह से पाकिस्तानी ट्रेनिंग कैंप से बाहर किए जाने वाले पाकिस्तानी हाकी खिलाड़ी शकील अब्बासी ने इंटरनेशनल हाकी फ़ैडरेशन (एफ़ आई ऐच) से दरख़ास्त की है कि वो माह-ए-मुबारक रमज़ान या इस के आस पास कोई अहम और बैन-उल-अक़वामी टूर्नामेंट ना करे।

पी टी आई से इज़हार-ए-ख़्याल करते हुए अब्बासी ने बैन-उल-अक़वामी हाकी फ़ैडरेशन से कहा है कि वो बाबरकत महीना रमज़ान में कोई बड़ा टूर्नामेंट न करे जैसा कि इस मर्तबा रमज़ान के फ़ौरन बाद एशिया कप किया जा रहा है जबकि रमज़ान में मुस्लिम ममालिक पाकिस्तान, मलाईशिया और बंगला देश के खिलाड़ी रोज़ा रखते हैं और इन ममालिक के खिलाड़ी एशिया कप में शिरकत कररहे हैं।

अब्बासी ने कहा है कि क्रिसमस के मौके पर कोई भी हाकी और क्रिकेट का बड़ा टूर्नामेंट नहीं किया जाता और क्रिसमस को जेहन में रखते हुए सालाना शैडूल तैयार किया जाता है लिहाज़ा में भी हाकी की बैन-उल-अक़वामी फ़ैडरेशन से दरख़ास्त करता हूँ कि वो रमज़ान को जेहन में रखते हुए टूर्नामेंटस के शैडूल तैयार करें।

उन्होंने कहा कि ये उन की शख़्सी तजवीज़ है और वो समझते हैं कि तमाम ममालिक के फ़ैडरेशन को उस की हिमायत करनी चाहिए। वाज़ह रहे कि गुजिश्ता रोज़ पाकिस्तानी हाकी टीम के कोच अख़तर रसूल ने उस वक़्त एक बड़ा तनाज़ा खड़ा कर दिया जब उन्हों ने टीम के साबिक़ कप्तान अब्बासी को एशिया कप केलिए रवां ट्रेनिंग कैंप से इस लिए बाहर कर दिया क्योंकि वो रोज़ादार थे।