नई दिल्ली: तृणमूल कांग्रेस के सांसद सुगाता बोस ने आरएसएस और बीजेपी पे निशाना साधते हुए कहा कि ये जो ‘देशभक्ती’ की बात कर रहे हैं अगर रविन्द्र नाथ टैगोर को पढेंगे तो उन्हें भी राष्ट्रद्रोही कह देंगे.
उन्होंने थोराड समिति के बारे में याद दिलाते हुए कहा कि 2007 में बनी इस समिति ने बताया था कि स्कॉलर की ख़ुदकुशी के मुआमलो को अगर समझें तो 23 ख़ुदकुशी करने वाले छात्रों में से 19 दलित थे. जो अपने आप में बताता है कि किस तरह का भेदभाव दलित छात्रों को झेलना पड़ता है.
जादवपुर से लोकसभा सांसद ने कहा कि जैसा जेएनयू में हुआ था वैसा ही कुछ बाद में हमारे यहाँ भी एक यूनिवर्सिटी में हुआ लेकिन हमारी सरकार ने मामले को बेहतर तरह से संभाल लिया जबकि नई दिल्ली में जिस तरह की कार्यवाही की गयी वो निंदनीय है.
उन्होंने कहा कि हालांकि वो कम्युनिस्ट नहीं हैं और अपना चुनाव भी एक कम्युनिस्ट को हरा के ही जीते हैं लेकिन फिर भी वो आज कम्युनिस्ट के साथ हैं क्यूंकि बात यहाँ पर वैचारिक आज़ादी की है.
उन्होंने कहा कि जेएनयू के छात्र मार्क्स अगर मार्क्सवादी भी हैं तो भी मैं उनके साथ हूँ क्यूंकि ये उनकी आज़ादी है.
उन्होंने सरकार की निंदा करते हुए कहा कि केंद्र सरकार के पास दिल नहीं है. 
