भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने सोमवार को कांग्रेसी नेता पी चिदंबरम पर राम मंदिर की पहल और सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा का मजाक बनाने का आरोप लगाया. बीजेपी ने कहा कि पूर्व केन्द्रीय मंत्री की टिप्पणियां बेहद गैरजिम्मेदाराना और बहुत भड़काऊ हैं. केन्द्रीय विधि मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि यह पाखंड का आदर्श मामला है कि जहां एक ओर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी मंदिरों का दौरा करते हैं और खुद को ‘शिव भक्त’ बताते हैं, वहीं उनकी पार्टी के एक वरिष्ठ नेता इस तरह की टिप्पणियां कर रहे हैं.
प्रसाद ने कांग्रेस पर ऐसे समय हमला बोला है जब चिदंबरम ने ट्वीट करके मोदी सरकार को निशाना बनाया है. कांग्रेसी नेता ने ट्वीट किया था, ‘पांच साल की शुरुआत होने पर, वादा विकास, नौकरी और हर नागरिक के बैंक खाते में धन का वादा किया गया. कुछ भी हासिल नहीं हुआ, पांच साल खत्म होने पर, नया वादा विशाल मंदिरों, बड़ी प्रतिमाओं और बेरोजगारी भत्ते का है.’
प्रसाद ने कहा कि चिदंबरम जाहिर तौर पर राम मंदिर की पहल और पटेल के ‘स्टेच्यू ऑफ यूनिटी’ का मजाक बना रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘कृपया इसे बंद कीजिए. भावनाओं से मत खेलिए.’ प्रसाद ने राहुल गांधी से इस मुद्दे पर अपनी राय स्पष्ट करने को कहा. प्रसाद ने मांग की कि वह और उनकी मां सोनिया गांधी इस मुद्दे पर खेद जताएं. उन्होंने कहा कि पटेल का इससे बड़ा अपमान नहीं हो सकता.
उन्होंने पूछा कि कांग्रेस ने उनकी एक प्रतिमा पर इस तरह की प्रतिक्रिया क्यों दी जबकि सैकड़ों योजनाएं, पुरस्कार, छात्रवृत्ति आदि नेहरू-गांधी परिवार के नाम पर चल रही हैं. प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस ने पटेल की विरासत को मिटाने का काम किया और बीजेपी को गर्व है कि उनकी याद में सबसे बड़ी प्रतिमा मोदी सरकार में बनाई गई. उन्होंने मोदी और नाजी तानाशाह एडोल्फ हिटलर की तुलना करने वाले कांग्रेसी नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान पर आपत्ति जताई.
उन्होंने कहा कि यह पार्टी की हताशा और आगामी चुनावों में दिखती हार के कारण हो रहा है. खड़गे पर कटाक्ष करते हुए प्रसाद ने कहा कि वह अपनी पार्टी के सत्तारूढ परिवार की अनुमति के बना एक कदम नहीं रख सकते जबकि बीजेपी लोकतांत्रिक सिद्धांतों पर चल रही है.