बेहतरीन हुकुमत और जमा तरक़्क़ी के बिहार हुकूमत के दावों को गलत करार देते हुए राजद ने उसके रिपोर्ट कार्ड को बोगस बताया और कहा कि नीतीश हुकूमत को आवाम की नहीं, बल्कि अपनी हुकूमत को बचाने की ज़्यादा फिक्र है। राजद के रियासती सदर रामचंद्र पूर्वे, पार्टी के क़ौमी चीफ़ सेक्रेटरी रामकृपाल यादव, क़ौमी तर्जुमान इलियास हुसैन और वीणा शाही समेत दीगर क़ायेदीनों ने मुश्तरका तौर से राजद की तरफ से रिपोर्ट कार्ड जारी करते हुए कहा कि रियासत की नीतीश हुकूमत के बेतरी और तरक़्क़ी के दावे पूरी तरह गलत हैं।
पूर्वे ने बिहार सरकार की गुजिशता 25 नवंबर को पेश किए गए रिपोर्ट कार्ड को बोगस बताते हुए राजद की आज पेश की गई रिपोर्ट को आवाम का रिपोर्ट कार्ड बताया और दावा किया कि इसमें रियासत की जमीनी हकीकत को दर्शाया गया है। उन्होंने दावा किया कि बिहार के वजीरे आला नीतीश कुमार आम आवाम का इत्तेमाद खो चुके हैं और कहा कि उनमें अगर थोड़ी भी एखलाकियत है तो उन्हें जल्द अपने ओहदे से इस्तीफा दे देना चाहिए।
पूर्वे ने नीतीश पर आवाम को धोखा देने और बदहाल हालात में पहुंचाने का इल्ज़ाम लगाते हुए कहा कि उन्हें आवाम की फिक्र नहीं, बल्कि अपनी हुकूमत को बचाने की ज़्यादा फिक्र है। उन्होंने रियासत में कानून निज़ाम नाम की कोई चीज नहीं होने का इल्ज़ाम लगाते हुए कहा कि रियासत में कत्ल, यरगमाल, लूट और इजतेमाई आबरूरेज़ि की वारदात मुसलसल हो रही हैं। पूर्वे ने नीतीश को ‘तानाशाह’ करार दिया और कहा कि आम आवाम तो दूर, वह अवामी नुमाइंदों तक को मिलने का वक़्त नहीं देते। उन्होंने कहा कि राजद इक्तिदार के दौरान वजरे आला रिहाइशगाह आम आवाम और अवामी नुमाइंदों के लिए खुला रहता था।