राजनाथ की सिफ़ारिश – लखनऊ में बने दूसरा टर्मीनल स्टेशन

यू पी की राजधानी के एम पी और मर्कज़ी वज़ीर राजनाथ सिंह ने अपने पार्लीमानी हलक़ा की मुख़्तलिफ़ मांग‌ को लेकर वज़ीर रेल सदानंद गौ़डा को ख़त भेजा है| उन्होंने दरख़ास्त की है कि चारबाग़ रेलवे स्टेशन से भीड कम करने के लिए गोमती नगर रेलवे स्टेशन को सिकेण्ड रेलवे टर्मीनल बनाया जाये और शुरूआत में दिल्ली, कटरा (जम्मू) और मुंबई जाने वाली ट्रेनों को अगले तीन माह के अंदर चारबाग़ होते हुए चलाया जाये|

राजनाथ ने इस के इलावा रकाबगंज सेक्शन में दूसरी लाईन पटरी बनाने का छूटा हुआ काम फ़ौरी तौर पर मुकम्मल कराने, चारबाग़ वाके उतर रेलवे और शुमाल मशरिक़ रेलवे स्टेशनों को सब-वे का एप्रोच-एरिया को फ़ौरी तौर तैयार करके चालू करने, गोमती नगर रेलवे स्टेशन पर इलैक्ट्रीकल मल्टीपल यूनिट (यएमीव) के लिए मेटिनेंस शेड जल्द क़ायम किए जाने और ऐशबाग स्टेशन पर 500 मीटर लंबा “मसग लिंक” फ़ौरी तौर बनवाने की अपील की है, जिस से कानपूर से आने वाली यएमीव टियरने बराह-ए-रास्त गोमती नगर स्टेशन जा सकें|

एम पी राजनाथ ने ख़त में ज़िक्र किया है कि साल 2003 में शामिल उस वक़्त के वज़ीर-ए-आज़म अटल बिहारी वाजपई ने सिकेण्ड रेलवे टर्मीनल स्टेशन की बुनियाद रखी थी| इसके पहले मरहले के लिए 96 करोड़ रुपये मंज़ूर भी हुए थे और कुछ ख़र्च किए जाने के बाद काम बंद हो गया था|

उन्होंने रेलवे के वज़ीर से अपील की है कि अब ये काम फिर शुरू कर तीन माह में मुकम्मल कर दिया जाये और यहां से दिल्ली, कटरा और मुंबई के लिए चारबाग़ होते हुए टरेने चलवा दी जाएं| इससे गोमतीपार इलाक़े के लोगों को चारबाग़ नहीं जाना पडेगा| गौरतलब है कि दिल्ली, मुंबई, कलकत्ता, पटना और भोपाल में इस तरह के शेड् रेल टर्मिनस बनाए गए हैं|

राजनाथ ने ख़त में ये भी लिखा है कि कानपूर से आने वाली ईएमयू को चौक, डालीगंज और लखनऊ सिटी एरिया में डेली पसेंजर उतारने के लिए पहले ऐशबाग से शुमाल मशरिक़ी रेलवे स्टेशन चारबाग़ जाना होता है, जिससे वक़्त ज़ाए होता है| इसके लिए 500 मीटर का मिसिंग रेल लिंक बनना जो 2002 में मंज़ूर हुआ था| आज भी अधूरा पड़ा है|

उसे फ़ौरी तौर पर पूरा किया जाये, ताकि कानपूर से आने वाली ईएमयू बगै़र वक़्त गंवाए बराह-ए-रास्त गोमती नगर स्टेशन पर पहुंचे|