राजिस्थान में मुनाक़िद होने वाले असेम्बली इंतेख़ाबात को पुरअमन बनाने में दीगर इंतेख़ाबी सहूलयात फ़राहम करने के मक़सद से इलेक्शन कमीशन की तरफ से 75करोड़ रुपये ख़र्च किए जाऐंगे ताकि ना सिर्फ़ इंतेख़ाबात के पुरअमन इनीक़ाद को यक़ीनी बनाया जाये बल्कि ज़ाइद अज़ 4.06 करोड़ राय दहनदों को इंतेख़ाबी सहूलयात पहुंचाई जा सके।
सरकारी ज़राए के मुताबिक़ इलेक्शन कमीशन इस मौक़े पर 75करोड़ रुपये ख़र्च करेगा ताकि बेहतरीन राय दही बिशमोल बेहतर मयार की EVMमशीन और दीगर सहूलयात तमाम राय दहनदों तक पहुंचाई जा सके जिस पर तक़रीबन फ़ी राय दहिंदे 20रुपये ख़र्च होने के इमकानात हैं।2008 में मुनाक़िदा इंतेख़ाबात इलेक्शन कमीशन ने 55.6करोड़ ख़र्च किए थे उस वक़्त पूरी रियासत में 3.6करोड़ राय दहनदे हक़ राय दही रखते थे।
जारीया साल इलेक्शन कमीशन ने 75करोड़ के अख़राजात का तख़मीना लगाया है जो कि इंतेख़ाबात के लिए मामूर अमले के लिए ट्रावैलिंग अलाउन्स और गिरानी अलाउन्स ,VM की मुंतक़ली और वोटर आई डी कार्ड, पैट्रोल ख़र्च, गाड़ीयों के अख़राजात और पुलिस इंतेज़ामात पर ख़र्च किए जाऐंगे।
इंतेख़ाबी अख़राजात मंथली इंतेख़ाबात के बाद इज़ाफ़ा दर्ज किया जा रहा है। जैसा कि 1993 में जबकि यहां पर राय दहनदों की तादाद सिर्फ़ 2.8 करोड़ थी तब जुमला अख़राजात 17.1 करोड़ हुए थे जोकि फ़ी राय दहिंदे.06 रुपये ख़र्च हुए थे। इस मर्तबा इलेक्शन कमीशन ने अपने अख़राजात में इज़ाफ़ा करने का मंसूबा बनाया है ताकि एक दिसम्बर को मुनाक़िद शुदणी इंतेख़ाबात के ज़िमन में अवामी मुक़ामात पर मुख़्तलिफ़ तरीक़ों से तशहीर के लिए मसलन बैनर्स,पोस्टर्स और दीगर ज़राए इस्तेमाल किए जा सके।