नई दिल्ली
बी जे पी रुकन विनय कटियार और नायब सदर नशीन पी जे कोरियन के माबेन लफ़्ज़ी तकरार हुई जबकि कोरियन ने एक इसी तहरीक पर कटियार को इज़हार ख़्याल की इजाज़त देने से इनकार करदिया जिसे पहले ही मुस्तरद किया जा चुका था । गड़बड़ उस वक़्त शुरू हुई जब पी जे कोरियन ने नरेश अग्रवाल की एक नोटिस को मुस्तरद कर दिया जिस में कहा गया था कि ऐवान के काम काज को मुअत्तल करके अमरीकी इदारे की एक रिपोर्ट पर ग़ौर किया जाना चाहिए जिस में कहा गया है कि मोदी हुकूमत के इक़्तेदार पर आने के बाद हिन्दुस्तान में अक़ल्लीयतों पर हमलों में इज़ाफ़ा होगया है।
अग्रवाल ने कहा कि इस मुल्क में अक़ल्लीयतें गैर महफ़ूज़ महसूस कर रही हैं। मिनिस्टर आफ़ स्टेट पारलीमानी उमूर मुख़तार नक़वी ने कहा कि हिन्दुस्तान के दस्तूर और कल्चर में मज़हबी आज़ादी की ज़मानत दी गई है और हमें किसी के सरटेफ़ेकट की ज़रूरत नहीं है । इस के बाद मिस्टर कोरियन ने कहा कि वो नोटिस को मुस्तरद करते हैं।
नायब सदर नशीन ने कहा कि चूँकि नोटिस को मुस्तरद करदिया गया है और वज़ीर भी बयान दे चुके हैं इस लिए वो कटियार को इज़हारे ख़्याल की इजाज़त नहीं दे सकते। कटियार उस वक़्त भी अपनी नशिस्त पर बैठने तय्यार नहीं हुए जब नायब सदर नशीन ने ख़ुद खड़े होकर ऐवान में नज़म बहाल करने की कोशिश की।