राज ठाकरे के ख़िलाफ़ नफ़रत फैलाने का मुक़द्दमा दर्ज

महाराष्ट्रा नव निर्माण सेना के सदर राज ठाकरे आज हर तरफ़ से तन्क़ीद का निशाना बन गए कियों के उन्हों ने बिहारियों को महाराष्ट्रा से निकाल बाहर करने की धमकी दी है। इन के ख़िलाफ़ नालंदा में नफ़रत अंगेज़ तक़रीर के लिए मुक़द्दमा दर्ज किया गया है।

एम एन एस सरबराह के ख़िलाफ़ नालंदा की अदालत ने एक समाजी कारकुन की जानिब से क़ानून ताज़ीरात हिंद की कई दफ़आत के तहत मुक़द्दमा दर्ज किया गया है। राज ठाकरे ने जुमा के दिन बिहारियों को दर अंदाज़ क़रार देने की धमकी दी थी और कहा था कि उन्हें महाराष्ट्रा से निकाल बाहर किया जाएगा।

मुलाज़मीन पुलिस ने अबदुल क़दीर को ज़िला सीतामढ़ी से गिरफ़्तार किया था और बिहार पुलिस को इस की इत्तिला तक नहीं दी गई थी जिस की वजह से चीफ मिनिस्टर बिहार नितेश कुमार ने उन पर शदीद तन्क़ीद की है।

दिल्ली में मर्कज़ी वज़ीर दाख़िला सुशील कुमार शनडे ने कहा कि हर शख़्स को मुलक में हर जगह रोज़गार के हुसूल का हक़ हासिल है। राज ठाकरे पर तन्क़ीद करते हुए आर जे डी के क़ाइद राम तिरपाल यादव ने कहा कि दहश्तगरदों और उन लोगों के दरमियान कोई फ़र्क़ नहीं है।

इन की ज़बान दहश्तगरदों के मानिंद है। जहां तक दहश्तगरदों के ख़िलाफ़-ए-क़ानून पर अमल आवरी का सवाल है, एसा ही क़ानून उन अफ़राद पर भी लागू किया जाना चाहीए।

उन्हों ने कहा कि राज और बाल ठाकरे में फ़र्क़ नहीं है। हुकूमत को चाहीए कि इन लोगों के ख़िलाफ़ समाज में नफ़रत फैलाने के लिए कार्रवाई करे।