सेक्रेटरी ए आई सी सी-ओ-रुकन राज्य सभा वी हनुमंत राव ने राज शेखर रेड्डी दौर-ए-हकूमत में हुई तमाम ग़लतीयों पर अवाम से माज़रत ख़्वाही करने और अवाम का एतिमाद बहाल करने किरण कुमार रेड्डी हुकूमत से मुतालिबा किया। मीडीया से बातचीत करते हुए उन्हों ने कहा कि राज शेखर रेड्डी ने रियासत को कंगाल बना दिया ।
अपने फ़र्ज़ंद और हामीयों को सरकारी आराज़ीयात (जमीन) और क़ुदरती वसाइल से मालामाल करके रियासत को तबाह करदिया। हम भी इबतिदा में राज शेखर रेड्डी की इसकीमात से ख़ुश थे, मगर अब उनकी बदउनवानीयाँ मंज़रे आम पर आरही हैं, जिस से उन्हें हैरत हो रही है।
हुकूमत अवामी एतिमाद से महरूम हो चुकी है, लिहाज़ा अवाम का एतिमाद दुबारा हासिल करने जिस तरह इंदिरा गांधी ने एमरजैंसी के बाद और सोनीया गांधी ने बाबरी मस्जिद की शहादत के बाद माज़रत ख़्वाही की थी, इसी तरह राज शेखर रेड्डी की ग़लतीयों पर किरण कुमार रेड्डी माज़रत ख़्वाही करें।
तेलंगाना के 15 अरकान(सदस्य) असेंबली पर दबाव बनाकर कांग्रेस हुकूमत को अक़ल्लीयत में लाने और कांग्रेस पर रिमार्कस से मुताल्लिक़ सवाल का जवाब देने से उन्हों ने इनकार करदिया।
उन्हों ने कहा कि वो असेंबली हलक़ा अंबर पेट की नुमाइंदगी करते हैं और इसी हलक़ा से मुंतख़ब होकर माज़ी में वज़ारत में शामिल भी रहे। वो अपने हलक़ा में उर्दू-ओ-तेलगू मीडियम स्कूलस, साबिक़ चीफ़ मिनिस्टर अनजया के नाम से पार्क और गोतो लंचना के नाम आडीटोरीयम क़ायम करना चाहते थे।
राज शेखर रेड्डी के दौर में इस ताल्लुक़ से छः इजलास मुनाक़िद हुए, रोशिया के साथ दो इजलास हुए, स्कूलस के लिए सरवा सिखशा अभियान के ज़रीया 39 लाख रुपये मंज़ूर हुए, ताहम हुकूमत ने एक ख़ानगी शख़्स की जानिब से अराज़ी (जमीन) के सिलसिले में दावा पेश करने पर अराज़ी (जमीन) उसके नाम मुंतक़िल करदी।
वो चीफ़ मिनिस्टर से अपील करते हैं कि वो उसका जायज़ा लें और सरकारी अराज़ी (जमीन) को ख़ानगी अराज़ी (जमीन) क़रार देने वाले ओहदेदारों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करें।