अदालत में पेशी के लिए हाज़िर न होकर पुलिस इंतेज़ामिया के लिए चुनौती बना बाबा रामपाल आखिरकार बुध की रात पुलिस की गिरफ्त में आ ही गया। हिसार के बरवाला वाके सतलोक आश्रम की घेरेबंदी के तकरीबन 60 घंटे बाद सीआरपीएफ, रियासती पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स के 45 हजार जवानों की मेहनत रंग लाई और बाबा को गिरफ्तार कर लिया गया। रामपाल की गिरफ्तारी के बाद आश्रम की असलियत सामने आने लगी है। एक पैरोकार ने उसके साथ रेप का इल्ज़ाम लगाया है।
एक अखबार में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, आश्रम से बाहर आई एक खातून ने बताया कि पिछले कई दिनों से उससे बदसुलूकी किया जा रहा था। खातून ने बताया कि वह अपने शौहर और बच्चे के साथ यहां आई थी। सात दिनों से वह आश्रम में ही थी। पिछले पांच दिनों से उसका शौहर से राबिता नहीं हो पा रहा था। दूसरी तरफ, बताया जाता है कि सतलोक आश्रम में तलाशी के दौरान पुलिस को कंडोम, वुमेंस टायलेट में खुफिया कैमरे, नशीली दवाएं, बेहोशी की हालत में पहुंचाने वाली गैस, अश्लील किताबें समेत काफी काबिल ऐतराज़ सामान मिले है। आश्रम में ख्वातीन पर कैमरे से नजर रखी जाती थी। आश्रम के मेन गेट के साथ बने वुमेंस टायलेट के बाहर लगे कैमरे का मुंह भी अंदर की तरफ किया गया था। बैतुलखला ( टायलेट) में पुलिस को कंडोम भी मिले हैं। आश्रम के अंदर नाइट्रोजन गैस की बदबू आ रही है। हेल्थ डिपार्टमेंट के आफीसर इसे खतरनाक बताते हुए नशीली गैस बता रहे हैं।
बुध के रोज़ आश्रम से बाहर आई कई ख्वातीन ने इल्ज़ाम लगाया कि रामपाल के ज़ाती कमांडो उन्हें बंधक बनाकर रेप करते थे। और मुखालिफत करने पर कई दिनों तक उन्हे पहनने को कपडे तक नहीं दिया गए गए। उन्हें ऐसी जगह रखा जाता था कि किसी तक उनकी आवाज नहीं पहुंच सकती थी। पुलिस ने भी इन बातों की तस्दीक की है। उनके मुताबिक महिलाएं यहां दवाएं लेने भी आती थीं, लेकिन उनके साथ बलात्कार किया जाता था।