पटना : भाजपा व संघ लीडरों की तरफ से राम मंदिर बनाए जाने के बयान पर वज़ीरे आला नीतीश कुमार ने कहा है कि राम मंदिर पर भाजपा महज सियासत कर रही है। उसके मन में राम के फि कोई मतलब नहीं है। वह तो राम से भी ऐसा किरदार कर रही है जैसे मानों वे भाजपा के मेंबर हों।
देशरत्न डॉ राजेंद्र प्रसाद को गुलपोशी कर लौट रहे सीएम ने सहाफ़ियों से बातचीत में भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि भाजपा का एक नारा है, रामलला जी आएंगे, मंदिर वही बनाएंगे पर तारीख नहीं बताएंगे। नीतीश ने सवाल किया कि आखिर ये कैसे भक्त हैं। दरअसल भाजपा आयोध्या में राम मंदिर मुद्दे को सिर्फ जिंदा रखना चाहती है। भाजपा या उसके लीडरों के मन में राम के फि मुरीद जैसी बात नहीं है। वज़ीरे आला ने कहा कि भाजपा राम से भी पार्टी के मेंबर की तरह व्यवहार कर रही है। वे श्रीराम मंदिर मुद्दा को बनाए रखने के लिए, भुनाने के लिए और लोगों के मन में श्रीराम के फि जो भावना है, उसका इस्तेमाल करने की पॉलिसी पर चल रहे हैं। इसलिए इन लोगों का राम मंदिर के बारे में क्या सोच है, वाजेह है।
सीएम ने दुहराया कि श्रीराम मंदिर के बारे में यह तय है कि इसका हल या तो कोर्ट के फैसले से होगा या आपसी रजामंदी से। इसी बुनियाद पर कोशिश किया जाना चाहिए। भाजपा के लोग बीच-बीच में इसे सियासी शक्ल देने या सियासी मुद्दा बनाने की कोशिश करते हैं। इससे साफ है कि वे इस मुद्दे को बस जिंदा रखना चाहते हैं।