राम मंदिर की तामीर ही सिंघल को सच्ची खिराज़ ए अक़ीदत: भागवत

नई दिल्ली. हाल ही में विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के सीनीयर लीडर रहे अशोक सिंघल के इंतेक़ाल के बाद दिल्ली के केडी जाधव रेसलिंग स्टेडियम में मुनाकिद एक ताज़ियती जलसा के दौरान संघ परिवार ने अयोध्या में राम मंदिर की तामीर का मुद्दा उठाया है.

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के चीफ मोहन भागवत ने कहा कि इस बाबत लीडर के ख्वाब को पूरा करने के लिए संगीन कोशिश करनी चाहिए. सिंघल को सच्चे दिल से खिराज़ ए अक़ीदत पेश करते हुए भागवत ने इस महीने की शुरूआत में उनसे हुई आखिरी मुलाकात को याद करते हुए कहा कि वह दो चीजें पूरी करना चाहते थे- राम जन्मभूमि में राम मंदिर की तामीर और वेदों का फैलाव.

मोहन भागवत ने मेदान्ता अस्पताल में इलाज़ के दौरान अशोक सिंघल के साथ हुई उस मुज़ाकरात की चर्चा का जिक्र करते हुए कहा कि अशोक सिंघल ने अपनी ज़िंदगी में दो अज़्म किए थे. एक अयोध्या में भगवान राम की मंदिर की तामीर और दूसरा पूरी दुनिया में वेदों का प्रोमोशनल इश्तेहारात करना. मोहन भागवत ने कहा कि हमें उनके इस अज़्म को पूरा करने के लिए उनके अज़्म को अपना अज़्म बनाना होगा.

भागवत ने कहा कि हमें राम मंदिर की तामीर को पूरा करने के लिए संगीन कोशिश करने होंगे और उनके लिए यही सच्ची खिराज़ ए अक़ीदत होगी. अशोकजी के ज़ज्बात इस काम में हमारी रहनुमाई करेगी. हमें अशोकजी के दिखाए रास्ते पर आगे बढऩा और काम करना है और आइंदा सालों में हमें उम्मीद है कि हम राम मंदिर की तामीर और उनका ख्वाब पूरा करने की सिम्त में काम करेंगे. आरएसएस सुप्रीमो ने कहा कि सिंघल हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनके ख्याल हमेशा हमारे साथ हैं.