राहुल गांधी का कश्मीर दौरा

कांग्रेस लीडर राहुल गांधी ने आज कश्मीर के अवाम(जनता) तक पहूंच कर कहाकि वो उन की तकलीफ़ को समझने के ख़ाहां हैं। उन्हों ने कहाकि मुल़्क की तरक़्क़ी में कश्मीर के अवाम(जनता) को भी शामिल करने केलिए वो मुम्किना(पूरी) कोशिश करेंगे। राहुल गांधी ने तक़रीबन(लगभग) एक साल के बाद कश्मीर का दौरा किया है।

उन्हों ने जल्सा-ए-आम से ख़िताब करते हुए शेख़ अबदुल्लाह और उन के पड़दादा (जवाहरलाल नहरू) फिर उन के वालिद राजीव गांधी और फ़ारूक़ अबदुल्लाह के माबैन(बीच) काफ़ी क़रीबी रवाबित थे। वो रियास्ती चीफ़ मिनिस्टर उमर‌ अबदुल्लाह के साथ मिल कर रियासत की बेहतरी केलिए उसी अंदाज़ में काम करने के ख़ाहां हैं।

कांग्रेस जनरल सैक्रेटरी यहां श्रीनगर और लीहा के दरमयान(बीच ) तमाम(सारे) मौसम में बेहतर राबते केलिए तामीर की जाने वाली सुरंग की तक़रीब संग-ए-बुनियाद(निर्माण) में बहैसीयत एज़ाज़ी मेहमान शरीक थे। राहुल ने कहाकि उन के दो मक़ासिद हैं, एक यहां के अवाम के साथ बेहतर रवाबित का क़ियाम और दूसरा कश्मीरी नौजवानों को तरक़्क़ीयाती अमल में बराबर का शरीक करना है।