संसद के मॉनसून सत्र में शुक्रवार को सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के भाषण पर तमाम दल अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं. भाषण के दौरान राहुल गांधी के अलग-अलग तेवर और फिर अपनी सीट से उठकर प्रधानमंत्री को गले लगाना चर्चा का विषय बना हुआ है. बीजेपी ने जहां इसे संसद की गरिमा के खिलाफ बताया है तो कांग्रेस ने इसे राहुल का बीजेपी पर मास्टरस्ट्रोक करार दिया है. बीजेपी के सहयोगी दल शिवसेना तो इसे प्रधानमंत्री के लिए झटका बताया है.
शिवसेना नेता संजय राउत ने राहुल के भाषण पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘मुझे लगता है कि राहुल गांधी राजनीति की असली पाठशाला में जा चुके हैं. जिस तरह से मोदीजी को उन्होंने जादू की झप्पी लगाई, वो झप्पी नहीं थी बल्कि मोदीजी के लिए झटका था.’
शिवसेना नेता ने कहा कि राहुल गांधी ने सदन में जो सवाल उठाए हैं, वह केवल कांग्रेस के सवाल नहीं हैं, बल्कि पूरा देश आज प्रधानमंत्री से सवाल कर जवाब मांग रहा है. राहुल गांधी की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि राहुल आज एक परिपक्व नेता की तरह नजर आ रहे थे.
मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर बोलते हुए राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि वह बड़े कारोबारियों का सहयोग करते हैं लेकिन देश की गरीबों के लिए उनके दिल में जगह नहीं है. राहुल ने कहा ‘अब पीएम मोदी ईमानदार नहीं रहे, इसलिए वह मुझसे नजर नहीं मिला पा रहे हैं’. राहुल जब पीएम के पास गए तब उन्होंने कहा, मैं कांग्रेस हूं.
राहुल गांधी ने कहा, ‘पूरे देश ने देखा कि मैंने साफ-साफ बोला है इसलिए प्रधानमंत्री मुझसे नजर नहीं मिला पा रहे हैं.’ राहुल ने कहा कि पीएम मोदी बिना एजेंडे के चीन जाते हैं और डोकलाम पर बात नहीं करते. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि देश में लोग मारे जा रहे हैं, पीटे जा रहे हैं, कुचले जा रहे हैं लेकिन पीएम मोदी मुंह से एक शब्द नहीं निकाल रहे हैं. राहुल गांधी ने कहा कि ‘पीएम ने कहा था कि मैं चौकीदार हूं, लेकिन अमित शाह के बेटे की आमदनी बढ़ी तो पीएम मोदी कुछ नहीं बोले’.