राहुल संदेश यात्रा की सफलता के लिए लगाए गए कई प्रदेशों के 75 सीनियर लीडर
लखनऊ। किसान यात्रा के बाद शुक्रवार से राहुल संदेश यात्रा शुरू की गई। इसकी सफलता सुनिश्चित करने को बतौर ऑब्ज़र्वर हैदराबाद, हरियाणा, बिहार, मध्य प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान आदि कई प्रदेशों के 75 पूर्व सांसद और सीनियर लीडर लगाए गए हैं। लखनऊ में एक अहम् बैठक के बाद इस यात्रा को ग़ुलाम नबी आज़ाद ने हरी झंडी दिखकर रवाना किया।
शुक्रवार को यूपी कांग्रेस नेताओं की अहम बैठक में राहुल गांधी के आलावा गुलाम नबी आजाद के आलावा राजबब्बर, शीला दीक्षित समेत कई बड़े नेता शामिल हुए। इस दौरान विधानसभा चुनाव की टिकट पर भी चर्चा हुई। कहा गया कि अमित शाह बुनियादी तौर पर जिलाबदर है , या तड़ीपार यह समझने की जरूरत है। वक्ताओं ने प्रदेश में कलाकार नवाजुद्दीन को मुजफ्फरनगर में रामलीला करने से रोकने पर अफ़सोस जताया। उन्होंने कहा कि यह अफसोसनाक है। लखनऊ में बक्शी के तालाब में जो रामलीला होती है, वहां मुसलमान किरदार निभाते हैं। फैजाबाद और सुल्तानपुर में भी ऐसा है। कुछ दिन बाद रफी, नौशाद और जावेद अख्तर के भजन सुनने को नहीं मिलेंगे।
राहुक संदेश यात्रा के तहत 13 से 17 सीटर गाड़ियां 75 जिलों में चलेंगी। इस यात्रा के लिए 75 ऑब्जर्वर लगाए हैं, जो हरियाण, मध्यप्रदेश, राजस्थान, बिहार, हैदराबाद, दिल्ली से होंगे। जोनल इंचार्ज 7 दिन एक जिले और अगले 7 दिन दूसरे जिले में रहेंग। संदेश यात्रा का उद्देश् वही है, जो किसान यात्रा का था।
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