रियासत की तक़सीम के बाद शहर हैदराबाद में किस तरह के हालात पैदा होंगे, क्या हैदराबाद की तारीख़ी हैसियत को ख़तरा लाहक़ है इन तमाम पहलोव का जायज़ा लिया जा रहा है जिन से निमटने के लिए मुनासिब इक़दामात किए जा रहे हैं।
इस बात के क़वी इमकानात ज़ाहिर किए जा रहे हैंके रियासत की तक़सीम के बाद शहर को मुश्किलात का सामना करना पड़ेगा। चूँकि डायरेक्टर जनरल पुलिस का कहना है कि पुलिस तैयारीयों में जुट गई है और हर तरह के हालात पर क़ाबू पाने के लिए अपनी फ़ोर्स को तैयार कररही है।
डायरेक्टर जनरल पुलिस आंध्र प्रदेश बी प्रसाद राव ने एक ग़ैर रस्मी मुलाक़ात के दौरान इन ख़्यालात का इज़हार किया जो आज यहां डी जी पी ऑफ़िस में अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत कररहे थे।
उन्होंने रियासत की तक़सीम के बाद शहर के हालात के ताल्लुक़ से अपना मौक़िफ़ खुल कर इज़हार नहीं किया बल्कि वो रास्त तौर पर कुछ कहने से गुरेज़ भी कररहे थे।
उन्होंने कहा कि रियासत आंध्र प्रदेश को इंतिहापसंदी का हनूज़ ख़तरा लाहक़ है। नक्सल अज़म, दहश्तगर्दी और फ़िर्कावाराना कशीदगी और फ़सादाद को रोकने पर पुलिस अपनी ख़ुसूसी तवज्जा मर्कूज़ कररही है।
उन्होंने कहा कि चूँकि मावइस्ट तंज़ीमों के लिए रियासत में दाख़िला कोई मुश्किल बात नहीं रही वो किसी भी वक़्त सरहदी अज़ला से सरगर्म होसकते हैं। उन्हों खम्मम के हालिया एनकाउंटर का हवाला देते हुए कहा कि मावइसट सरगर्म होने की कोशिश में हैं।
उन्होंने इस बात का डर् ज़ाहिर किया ताहम रास्त तौर पर इशारा देने से गुरेज़ करते हुए कहा कि रियासत की तक़सीम और नई रियासत की तशकील के बाद मावइस्ट सरगर्मीयों में इज़ाफ़ा होसकता है।
फ़िर्कावाराना तशद्दुद के वाक़ियात के तदारुक के लिए डी जी पी ने एक मूसिर मेकानिज़म को ज़रूरी क़रार दिया और कहा कि अमन-ओ-ज़बत की सूरत-ए-हाल को बरक़रार रखने के लिए एसे बहतर निज़ाम की बहुत ज़्यादा ज़रूरत है।