हजारीबाग जेल के बाद रियासत के दो और जेलों डालटेनंगज और गढ़वा में कैदियों ने हड़ताल शुरू कर दी है। बंदी मुक्ति तंजीम ने हड़ताल का ऐलान किया है। तंजीम का कहना है, जो कैदी सजा पूरी कर चुके हैं, उन्हें बिला ताखीर रिहा किया जाये। जयप्रकाश नारायण सेंट्रल जेल, हजारीबाग के तकरीबन सात सौ बंदी चौथे दिन भी बे बुनियादी हड़ताल पर रहे। क़ैदियों ने सुबह नाश्ते का बायकॉट किया।
तंजीम के मुताबिक हजारीबाग सेंटर जेल में बंद 35 कैदी सजा पूरी कर चुके हैं, पर रिहाई अब तक नहीं हुई है। यह ह्यूमन राइट्स का हनन है। इतवार को बंदी मुख्तार अंसारी, केदार यादव, सीताराम मांझी, सावन हांसदा, अमेश महली समेत सात सौ क़ैदी हड़ताल में शामिल हुए। बंदी मुक्ति तंजीम ने जेल इंतेजामिया के जारिए मांगे पूरी करने की मुतालिबा की है।
मेदिनीनगर सेंट्रल जेल के 69 कैदी अनशन पर
मेदिनीनगर सेंट्रल जेल में कैदियों का अनशन चल रहा है। इतवार को 69 कैदी अनशन पर थे। शुरुआत में आठ कैदी अनशन पर बैठे, उसके बाद अनशनकारियों की तादाद बढ़ती चली गयी। इतवार तक 69 कैदी अनशन पर रहे। अनशन करनेवाले कैदियों की सजा पूरी हो चुकी है। डालटनगंज सेंट्रल जेल में बंद माओवादी लीडरों के अलावा कई दूसरे बंदियों ने अनशनकारियों का हिमायत किया है। उनका कहना है कि इस मामले में सख्त कार्रवाई होने तक अनशन जारी रहेगा। इतवार को अनशन मुकाम पर क़ैदी भोला तिवारी, आनंद दुबे, कुश सिंह, राजू सिंह, संतोष शर्मा वगैरह ने अनशनकारियों का हिमायत किया।