रियासत में जुलाई तक 30 मी सेवा मराकिज़ का आग़ाज़

वज़ीर इन्फॉर्मेशन टेक्नॉलोजी मिस्टर पोन्नाला लकशमया ने आज बताया कि माह जुलाई तक रियासत में 30 मी सेवा सेंटर्स कारकरद हो जाएंगे। मिस्टर लकशमया आज सेक्रेट्रीयट में अख़बारी नुमाइंदों से बात चीत करते हुए बताया कि 2 मई को ज़िला कृष्णा में और /5 मई को ज़िला मेदक में मी सेवा मराकिज़ का इफ़्तिताह अमल में आएगा।

उन्हों ने बताया कि ये मर्कज़ी-ओ-रियासती हुकूमत का एक मुशतर्का प्रोजेक्ट है जिस की लागत 60 करोड़ रुपये है जिस में मर्कज़ी हुकूमत 30% यानी 18 करोड़ रुपये और रियासती हुकूमत 70% यानी 42 करोड़ रुपये ख़र्च कर रही है। उन्हों ने बताया कि ये प्रोजेक्ट अवामी नज़म-ओ-नसक़ में शफ़्फ़ाफ़ियत पैदा करने के मक़सद से शुरू किया जा रहा है जिस के बाइस शहरियों को दफ़ातिर के चक्क्र काटना नहीं पड़ेगा।

इन मराकिज़ से मुख़्तलिफ़ नौइयत के सदाक़त नामे जैसे सदाक़तनामा पैदाइश, सदाक़तनामा मौत वगैरह जारी किए जाएंगे। उन्हों ने बताया कि अवाम को सरकारी दफ़ातिर का रुख किए बगैर 50 ख़िदमात मोयस्सर आएंगी। उन्हों ने बताया कि चित्तूर में पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर ये ख़िदमात शुरू की गई है जिस का मुसबत और ग़ैर मामूलीरद्द-ए-अमल सामने आरहा है।

उन्हों ने बताया कि रियासती हुकूमत आधार कार्ड की तर्ज़पर स्मार्ट कार्ड मुतआरिफ़ करवाने पर ग़ौर कर रही है जो हमा मक़सदी होगा। उन्हों ने बताया कि इस कार्ड के ज़रीया शहरी राशन शॉप्स से अनाज, आरटीसी बस के टिक्टस की बुकिंग और कमर्शियल टैक्स वगैरह की अदाई कर सकें गे।

ये कार्ड्स दीगर मह्कमाजात की ख़िदमात से इस्तिफ़ादा के लिए भी कार आमद होगा।उन्हों ने कहा कि रियास्ती हुकूमत अवाम को ज़्यादा से ज़्यादा सहूलयात बहम पहुंचाने की ख़ाहां है। नए मी सेवा सेंटर्स से अवाम को बुनियादी सहूलयात की फ़राहमी में काफ़ी मदद मिलेगी।