रियासत में बर्क़ी सूरत-ए-हाल में अक्टूबर से बेहतरी की उम्मीद : समारिया

हैदराबाद 03 मई: आंध्र प्रदेश में बर्क़ी सरबराही में माह अक्टूबर से बेहतरी पैदा होसकती है और ओहदेदारों ने बताया कि उस वक़्त तक सूरत-ए-हाल से मूसिर अंदाज़ में निमटने की कोशिशें की जा रही हैं।

ए पी ट्रांसमिशन कारपोरेशन के सदर नशीन-ओ-एम डी हीरालाल समारिया ने सहाफ़ीयों से बात चीत करते हुए कहा कि उन्होंने इस बात को यक़ीनी बनाया है कि बर्क़ी की क़िल्लत से रबी की फ़सल मुतास्सिर ना हो।

ताहम मई के महीने और इस के बाद के महीनों में भी बर्क़ी की क़िल्लत का सिलसिला जारी रह सकता है और तलब के मुताबिक़ सरबराही को यक़ीनी बनाने बर्क़ी खरीदी जा रही है।

उन्होंने बताया कि 800 मेगावाट बर्क़ी की जो नई तैयारी की जा रही है वो माह अक्टूबर से इस्तेमाल के लिए तैयार होगी और मज़ीद 800 मेगावाट बर्क़ी की पैदावार माह जनवरी। फेबरारी में कृष्णा पटनम प्लांट में तैयार हवीग।

काकतीय प्लांट में मज़ीद 600 मेगावाट बर्क़ी तैयार होगी। समारिया ने कहा कि 520 मेगावाट बर्क़ी दस्तयाब होगी जबके जनवरी 2014 तक एक ख़ानगी पावर प्लांट से 520 बर्क़ी दस्तयाब होगी।

इसी तरह एन टी पी सी से मज़ीद 350 मेगावाट बर्क़ी दस्तयाब होगी।

उन्होंने कहा कि 4300 मेगावाट बर्क़ी इज़ाफ़ी हासिल करने की कोशिशें की जा रही हैं और इस में 3000 मेगावाट बर्क़ी का मिलना यक़ीनी है ताहम ये बर्क़ी इस साल के ख़त्म तक दस्तयाब होगी।

इस के अलावा मग़रिबी राहदारी से 2,200 मेगावाट बर्क़ी की दस्तयाब होसकती है जो आइन्दा साल जनवरी से मिल सकती है। उन्होंने कहा कि माह अक्टूबर से हमें सूरत-ए-हाल में कुछ बेहतरी की उम्मीद है।

माह जून में बेहतर मानसून से खरीफ सीज़न भी बेहतर होसकता है।