रियासत में सैलाब की संगीन सूरत-ए-हाल 10 हलाक हज़ारों मुतास्सिर

हैदराबाद 22 जुलाई: हुकूमत आंध्र प्रदेश ने रियासत में मूसलाधार बारिश से मुतास्सिरा इलाक़ों के अवाम को राहत पहुंचाने के लिए 100 से ज़ाइद रीलीफ़ कैंपस क़ायम किए हैं जहां मुतास्सिरीन के लिए र हेलीकाप्टरों के ज़रीये ग़िज़ाई पैकेट्स गिराए जा रहे हैं।

इस दौरान रियासत के कई मुक़ामात खस्कर मशरिक़ी-ओ-मग़रिबी गोदारी में तूफ़ानी बारिश के सबब सैलाब की सूरत-ए-हाल ज़ियदा संगीन होगई है।

कई इलाक़ों में सैलाब-ओ-मुसलसिल बारिश के पेशे नज़र चीफ़ मिनिस्टर एन किरण कुमार रेड्डी ने बारिश की सूरत-ए-हाल पर आज चीफ़ सेक्रेटरी पी के मोहंती और दुसरे सीनीयर क़ाइदीन से तफ़सीली तबादला-ए-ख़्याल किया और एक सरकारी बयान में चीफ़ मिनिस्टर के हवाले से कहा गया हैके इमदादी कामों को जंगी ख़ुतूत पर जारी रखा जाना चाहीए।

जान-ओ-माल के नुक़्सानात को कम से कम करने कि कोशिश करनी चाहीए। ओहदेदारों को चाहीए कि वो तमाम ज़रूरतमंद अफ़राद तक इमदादी रसाई को यक़ीनी बनाईं।

चीफ़ सेक्रेटरी के हवाले से कहा गया हैके फ़ौज एर फ़ोर्स बहरीया क़ौमी डीज़ासटर रेस्पांस फोर्सेस और मुताल्लिक़ा ज़िला इंतेज़ामीया की तरफ़ से इमदाद-ओ-राहत रसानी के लिए बड़े पैमाने पर इक़दामात किए जा रहे हैं।

रियास्ती हुकूमत ने 100 इमदादी कैंप क़ायम किए हैं और ज़िला खम्मम के भद्राचलम डिवीज़न में हेलीकाप्टरों के ज़रीये ग़िज़ाई पैकेटस बरसाए गए।

डक्टर मोहंती ने कहा कि ज़िला इंतेज़ामीया की बरवक़्त चौकसी के सबब इंसानी-ओ‍जनवारें को जानी नुक़्सानात से बचा लिया गया। ज़िला आफ़िसरान से कहा गया हैके वो तालाबों और दुसरे ज़ख़ाइर आब पर कड़ी नज़र रखिगई।

ओहदेदारों ने बताया कि मौसमी पेश क़ियासी के मुताबिक़ भद्राचलम में पानी की सतह में कमी के साथ सैलाब की सूरत-ए-हाल में बेहतरी होसकती है लेकिन राजमुंदरी में सैलाब की सूरत-ए-हाल बदस्तूर तशवीशनाक रहेगी।

क़ौमी डीज़ासटर रेस्पांस फोर्सेस की टीमें जहां कहीं भी ज़रूरी है पीने का पानी ग़िज़ाई पैकेटस केरोसीन राशन वग़ैरा पहुंचा रही हैं। चीफ़ मिनिस्टर के दफ़्तर से जारी आर्डर के मुताबिक़ खम्मम करीमनगर वरंगल आदिलाबाद निज़ामबाद मशरिक़ी गोदावरी में राहत-ओ-इमदाद रसानी के काम बड़े पैमाने पर जारी हैं।

रियासत आंध्र प्रदेश के मुख़्तलिफ़ मुक़ामात पिछ्ले 10 दिन से मूसलाधार बारिश की ज़द में हैं। बारिश‍ओ‍सैलाब के नतीजे में कम से कम 10 अफ़राद हलाक और दुसरे हज़ारों बुरी तरह मुतास्सिर हुए हैं।

मग़रिबी गोदावरी के 14 मंडलों में 3,016 और मशरिक़ी गोदावरी से 1,300 अफ़राद को ताहाल रीलीफ़ कैम्पों में पहुंचा दिया गया है। ज़िला कलेक्टर नीतू प्रसाद ने कहा कि मुतास्सिरा को इमदाद पहुंचाने के लिए बड़े पैमाने पर इक़दामात किए गए हैं।

इस दौरान मूसलाधार बारिश और सैलाब के सबब दरयाए गोदावरी और उसकी मुआविन नदियां ख़तरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। हुक्काम ने इस ज़िले में पिछ्ले रोज़ सैलाब की दूसरी वार्निंग जारी किया था। ओहदेदारों के मुताबिक़ गोदारी में पानी काबहा फ़िलहाल 17 लाख केवज़क है जो 1981 के सैलाब के वक़्त रिकार्ड शूदा 36 लाख केवज़क से बहुत कम है।