रियासत में हुकूमत बनाने का एलान

रांची 6 जुलाई : झारखंड में हेमंत सोरेन के कियादत में हुकूमत तशकील के लिए कांग्रेस राजी हो गयी है। इसके अलावा झामुमो और कांग्रेस 2014 का लोकसभा इन्तेखाबात भी मिल कर लड़ेंगे। नयी दिल्ली में जुमा शाम इन पर दोनों पार्टियों के दरमियान इत्तेफाक राय बन गयी। कांग्रेस की तरफ से कहा गया है कि झामुमो से सेक्युलर और तरक्की पसंद एक्दार की हिफाज़त करने, इसे बढ़ावा देने और मुआशरे के कमजोर तबके के बा इख्तियार को यकीनी करने के लिए इत्तेहाद किया गया है। दोनों पार्टी झारखंड के अलावा बिहार, ओड़िसा, मग्रीबी बंगाल और छत्तीसगढ. में भी मिल कर इन्तेखाबात लड़ेंगे झारखंड में कांग्रेस 10 और झामुमो चार सीटों पर अपना उम्मीदवार देगा।

कांग्रेस ने झामुमो के साथ इत्तेहाद की गुत्थी सुलझा ली है। हुकूमत बनाने की शर्त पर इत्तेहाद कर कांग्रेस ने झामुमो को चार सीटों पर मुतमईन कर दिया है। पूरे मामले में कांग्रेस ने दूर की कौड़ी चली है। हुकुमत तशकील में तरीके से रास्ता निकाला है। झामुमो के अपने 13 असेंबली रुक्न का हिमायत दिया है। कांग्रेस ने कहा है कि अगर हुकूमत बनी, तो कांग्रेस हिमायत करेगी।

इससे बढ़ कर एक शर्त और रखी है कि एक हफ़्तह में को-ऑर्डिनेशन कमेटी बनेगी। अब कांग्रेस ने हुकूमत से अपना पत्ता खोल दिया है। झामुमो को बाकी असेंबली रुक्न का हिमायत जुटाना होगा। झामुमो के 18 असेंबली रुक्न मुत्तहिद रहे, तो हेमंत के पास 31 का आकंड़ा होगा। इसके बाद अक्सरियत के लिए 12 असेंबली रुक्न का हिमायत जुटाने में झामुमो के पसीने छूटेंगे।

इधर इत्तेहाद में राजद को बाहर कर कांग्रेस ने मुस्तकबिल इशारे दिये हैं। झारखंड में राजद से नजदीकी बना कर कांग्रेसी बिहार में नीतीश कुमार से दूरी नहीं बनाना चाहते थे। झारखंड में हुकूमत तशकील के मामले में कांग्रेस और राजद की नजदीकी बढ़ रही थी। उधर जदयू ने साफ कर दिया था कि राजद के साथ तालमेल हुआ,तो उसमें जदयू शामिल नहीं हो सकता है। जदयू का इशारा कांग्रेस के लिए काफी था। इसके बाद इत्तेहाद में राजद को दूर रखा गया।

एक्सपोज नहीं होगी कांग्रेस, पीछे रहेंगे

हुकूमत तशकील में कांग्रेस आगे-आगे नहीं बढ़ना चाहती। कांग्रेस पूरे मामले में एक्सपोज नहीं होना चाहती है। इसी हिकमत अमली के तहत कांग्रेस ने झामुमो कायेदिनों की सोनिया गांधी से मुलाकात नहीं करायी।