रियास्तों को कमज़ोर करने की कोशिश, जया ललीता का शिकवा

नई दिल्ली, 22 अक्टूबर (पी टी आई) यू पी ए हुकूमत पर शदीद हमले में चीफ़ मिनिस्टर तमिलनाडु जया ललीता ने आज कहा कि वो रियास्तों को शराकतदार नहीं समझ रही है बल्कि उन्हें कमज़ोर करने की कोशिशों के ज़रीया उन्हें घटा कर सताइशी बलदी इदारों में तबदील कर चुकी है।

क़ौमी तरक़्क़ीयाती कौंसल से अपने ख़िताब में जया ललीता ने इल्ज़ाम आइद किया कि मर्कज़ी हुकूमत ऐसा लगता है कि सिम्त खो चुकी है और क़ीमतों में इज़ाफ़ा जैसे मसाइल पर रियास्ती हुकूमतों को अवामी ग़ैज़-ओ-ग़ज़ब का सामना करने केलिए तन्हा छोड़ चुकी है।

चीफ़ मिनिस्टर जिन्हों ने इस मीटिंग में शख़्सी तौर पर शिरकत नहीं की, इन डी सी जैसी मीटिंग्स के ताल्लुक़ से अपनी तक़रीर में कहा कि ये इजलास कोई काबिल-ए-क़बूल नतीजा के हुसूल की बजाय महिज़ रस्मी अमल और बे समर मस्रूफ़ियत हैं।

उन्हों ने कहा कि ऐसी मीटिंग्स रियास्तों और अवाम केलिए सिर्फ़ मायूसी का सबब बनती हैं जब मर्कज़ वाजिबी दरख़ास्तों को इन सुनी करदेता ही, जैसे केरोसीन कोटा की बहाली ताकि ग़रीबों की मुश्किलात दूर हो सकें, या इज़ाफ़ी बर्क़ी की फ़राहमी।