मुंबई
मुल्क में 66 फ़ीसद कारोबारी हलक़ों का ये एहसास है कि रिश्वत कुछ हद तक काबिल-ए-क़बूल है हालाँकि कई शोबा जात में रेगूलेटरी इक़दामात जारी हैं।
अवाम भी करप्शन के मुख़ालिफ़ हैं। एक सर्वे के बमूजब 80 फ़ीसद अवाम समझते हैं कि करप्शन हुनूज़ जारी है और 52 फ़ीसद मानते हैं कि कारोबार में मुराआत हासिल करने तहाइफ़ पेश करना क़ाबिल-ए-क़बूल है।7 फ़ीसद रुकमी अदायगी को दुरुस्त मानते हैं।