रिश्वत सतानी के मुक़द्दमात की आजलाना यकसूई पर ज़ोर

हैदराबाद। 08 जुलाई, सेंट्रल विजिलेंस कमिशनर ( सी वि सी) के वि चौधरी ने धोका दही और बदउनवानी के वाक़ियात का जल्द और बरवक़्त पता चला और रिश्वत सतानी के मुक़द्दमात की आजलाना यकसूई पर ज़ोर दिया है।

के वि चौधरी ने विजिलेंस स्टडी सर्किल की 12 वीं सालाना तक़रीब से ख़िताब करते हुए कहा कि मुझे 100मुक़द्दमात दर्ज करने और 10साल तक ये मुक़द्दमात चलाते रहने से कोई दिलचस्पी नहीं है।

इस के बजाये अगर मुम्किन हो सके तो 10 मुक़द्दमात दर्ज करते हुए अंदरून एक साल इन मुक़द्दमात के फ़ैसले को यक़ीनी बनाया जाये ताकि इस से सबक़ दिया जा सके। उन्होंने कहा कि धोका दही के वाक़ियात का पहले ही पता चलाया जाना चाहीए और वक़्त से पहले ही एसे किसी वाक़िये का पता चल जाता है तो इस वाक़िये को वाजिबी वक़्त में मंतक़ी अंजाम पर पहुंचाने को यक़ीनी बनाया जाना चाहीए।

उन्होंने इन्किशाफ़ किया कि मालीयाती बदउनवानीयों , रिश्वत सतानी और धोका दही के मुल्क भर में6500 मुक़द्दमात गुज़श्ता 60साल से ज़ेर दौरान हैं और 10 साल से ज़ेर दौरान एसे मुक़द्दमात की तादाद की गिनती भी नहीं की जा सकती। तेलंगाना के विजिलेंस कमिशनर के आर नंदन ने भी इस तक़रीब से ख़िताब किया।