नई दिल्ली, 08 दिसंबर: (पीटीआई) कसीर ब्रांड रीटेल शोबा में एफडी आई की इजाज़त देने के हुकूमत के मुतनाज़ा फ़ैसला को आज पार्लीमेंट की मंज़ूरी हासिल हो गई, जब कि अपोज़ीशन की पेश करदा तहरीक को राज्य सभा में राय दही के दौरान शिकस्त हुई।
बी एस पी ने हुकूमत की ताईद में वोट देते हुए यू पी ए हुकूमत की अली उल-ऐलान मदद की। तहरीक के ख़िलाफ़ 123 अरकान और ताईद में 102 अरकान ने वोट दिए। राय दही से क़बल दो दिन तक इस मसला पर मुबाहिस मुनाक़िद किए गए थे, जिसके दौरान अपोज़ीशन ने कसीर ब्रांड रीटेल शोबा में 51 फ़ीसद एफडी आई की इजाज़त देने की हुकूमत की तजवीज़ पर शदीद तन्क़ीद की थी।
जब कि हुकूमत ने इसका भरपूर दिफ़ा ( हिफाजत) करते हुए इसे मुल्क के बेहतरीन मुफ़ाद में क़रार दिया था। समाजवादी पार्टी ने जिसके राज्य सभा में 9 अरकान हैं, वज़ीर ए तिजारत आनंद शर्मा के मुबाहिस पर जवाब को ग़ैर इत्मीनान बख़्श क़रार देते हुए राय दही से क़बल ऐवान से वाक आउट किया।
तहरीक पर जुमला 19 अरकान ने वोट नहीं दिए। रात देर गए राज्य सभा की सेक्रेट्रेट ( secretariat) में राय शुमारी ( मतदान) के बाद ऐलान किया कि तहरीक के ख़िलाफ़ 123और ताईद में 109 वोट की इत्तिला दुरुस्त नहीं थी, जिसकी वजह ख़ुदकार राय दही ( मतदान) रिकार्डिंग निज़ाम में पैदा होने वाली रुकावटें थीं।
तहरीक की शिकस्त से जो राज्य सभा में अना डी एम के के रुकन वी मेतरीन ने पेश की थी, आलमी सुपर मार्केट की तरह वाल मार्ट का हिंदूस्तान में दाख़िला भी मुम्किन हो गया। दो दिन क़बल लोक सभा में भी इस तजवीज़ को मंज़ूरी हासिल हो चुकी है। राज्य सभा में हालाँकि हुकूमत को अपने बलबूते पर अक्सरीयत हासिल नहीं है, लेकिन उसकी कामयाबी 15 रुकनी बहुजन समाज पार्टी की मदद से मुम्किन हो सकी, जिसने इस मसला पर लोक सभा में भी राय दही ( मतदान) के मौक़ा पर वाक आउट किया था।
ऐवान-ए-बाला में यू पी ए के 94 अरकान हैं, जबकि जुमला नशिस्तों की तादाद 244 है। नामज़द रुकन सचिन तेंदुलकर कोलकता में टेस्ट मैच खेल रहे हैं और कांग्रेस के रुकन मुरली देवरा अलील हैं। इन दोनों के इलावा बी जे डी के बाग़ी क़ाइद प्यारे मोहन महापतरा राय दही के वक़्त ग़ैर हाज़िर थे।
मुबाहिस का जवाब देते हुए मेतरीन ने इसरार किया कि ऐवान की अक्सरीयत एफडी आई की ताईद में नहीं है। चुनांचे होने वाली राय दही उस मसला की ख़ूबीयों और ख़ामीयों की बजाय दीगर वजूहात की बिना पर भी ये अक़ल्लीयती कामयाबी है। क़ब्लअज़ीं आनंद शर्मा ने इद्दिआ किया था कि ये इक़दाम मुल्क की तरक़्क़ी के लिए ज़रूरी था।
उन्हों ने अपोज़ीशन के इस इद्दिआ को मुस्तर्द कर दिया कि इससे छोटे ब्योपारियों और काश्तकारों को नुक़्सान पहुंचेगा। दरीं असना नायब मर्कज़ी वज़ीर-ए-पार्लीमानी उमूर राजीव शुक्ला ने इद्दिआ किया कि इस तजवीज़ की कामयाबी मआशी इस्लाहात की तौसीक़ है, जिसका आग़ाज़ हुकूमत ने किया है।
शुक्ला ने राज्य सभा के सेक्रेटरी जनरल को एक एहतिजाज दर्ज करवाते हुए दुबारा राय शुमारी का मुतालिबा किया था। उन्होंने ये भी इद्दिआ किया कि अगर हुकूमत को बी एस पी की ताईद हासिल ना होती, तब भी उसकी तजवीज़ कामयाब हो सकती थी। हुकूमत की तजवीज़ 21 वोटों के फ़र्क़ से कामयाब हो गई है, जबकि राज्य सभा में बी एस पी के 15 अरकान हैं।
राजीव शुक्ला ने कहा कि अगर बी एस पी हुकूमत की ताईद में वोट ना देती, तब भी हुकूमत 6 वोटों से कामयाबी हासिल कर सकती थी।