नैटो के सेक्रेट्री जनरल ने कहा है कि रूस के फ़िज़ाई हमले शाम में जारी जंग के सियासी हल की कोशिशों को नुक़्सान पहुंचा रहे हैं।
जैन स्टोलन बर्ग का कहना है कि इन हमलों में ज़्यादातर शाम की हिज़्बे इख़्तेलाफ़ को निशाना बनाया जा रहा है।
रवां हफ़्ते होने वाले अमन मुज़ाकरात उस वक़्त मुअत्तल हो गए जब रूसी की हिमायत याफ़्ता शाम की हुकूमती फ़ोर्सेस की जानिब से हलब में बाग़ीयों के ख़िलाफ़ ताज़ा हमले किए गए। शाम के सबसे बड़े शहर से इत्तिलाआत के मुताबिक़ हज़ारों अफ़राद नक़्ले मकानी कर रहे हैं।
स्टोलन बर्ग का कहना था रूस की जानिब से किए जाने वाले फ़िज़ाई हमलों की वजह से जिनमें ज़्यादातर हिज़्बे इख़तिलाफ़ को निशाना बनाया जाता है, अमन और तनाज़ा के सियासी हल की कोशिशों को नुक़्सान पहुंच रहा है।