वर्ल्ड कप 2014 के ग्रुप एच के एक मुक़ाबला में बेलजियम ने रूस को मात दे कर नाक आउट मरहला के लिए क्वालीफ़ाई करलिया है। बेलजियम ने अभी तक दो मैच खेले हैं और दोनों में कामयाबी हासिल की है।
अगर बेलजियम अपने ग्रुप में सर-ए-फ़हरिस्त मुक़ाम हासिल करलेती है तो वो ग्रुप जी की दूसरे नंबर पर आने वाली टीम के साथ अपना नाक आउट मरहला का मुक़ाबला खेलेगी। ग्रुप जी में जर्मनी, पुर्तगाल, अमेरिका और घाना की टीमें शामिल हैं। मैच का पहला हाफ बगै़र किसी गोल के बराबर था। पहले हाफ में बेलजियम ने इस खेल का मुज़ाहरा नहीं किया जिस की इस से उम्मीद की जा रही थी।
बेलजियम के फ़ारवर्ड रो मेलो लो काकू एक मर्तबा उम्दा खेल पेश करने में नाकाम रहे और कोच ने पहले मैच की तरह लो काकू को मैदान से वापिस बुलाकर 19 साला ऊरीगी को मैदान में भेजा जिन्होंने खेल के आख़िरी लम्हात में गोल करके टीम को फ़तह दिला दी। फुटबॉल के माहिरीन को 21 साला रो मेलो लो काकू से बहुत उम्मीदें थीं, लेकिन अभी तक वो इन उम्मीद पर पूरा उतरने में कामयाब नहीं हुए हैं।
फुटबॉल माहिर डैनी मिल्ज़ का कहना था कि रो मेलो लो काकू कभी कभी कहीं खोए हुए लगते हैं, मैं यक़ीन से नहीं कह सकता कि आया वो बेलजियम के अटैक की क़ियादत के लिए सही इंतिख़ाब हैं। वो शायद इस टीम की वाहिद कमज़ोरी हैं। मैच के दूसरे हाफ में बेलजियम ने टीम में कई तबदीलियां कीं, लेकिन खेल की रफ़्तार में कोई तबदीली नज़र नहीं आई।
जब सिर्फ़ दस मिनट का खेल बाक़ी था तो बेलजियम की टीम ने रूसी गोल पर ताबड़तोड़ हमले शुरू करदिए। रूसी खिलाड़ियों के लिए बेलजियम के मिडफ़ील्डर ईडन हीज़ार्ड को रोकना मुश्किल होगया और मैच ख़त्म होने से सिर्फ़ पाँच मिनट पहले ईडन हीज़ार्ड ही के एक शानदार पास पर 19 साला ऊरीगी ने गोल करके अपनी टीम की फ़तह को यक़ीनी बनादिया। बेलजियम को अपना अगला मैच 26 जून को जुनूबी कोरिया से खेलना है।