एक सीनीयर रूसी राजनयिक ने बुध को एक बयान में पश्चिमी रक्षा गठबंधन को ख़बरदार करते हुए कहा कि वो काला सागर में अपनी नौसैनिकों के अड्डों की निर्माण कार्य से दूर रहे वर्ना दुसरे क्षेत्रीय सिक्यूरिटी को नुक़्सान पहुंच सकता है।
रूसी राजनयिक के मुताबिक़ नैटो की तरफ़ से इस किस्म के संभावित कार्य के क्षेत्रीय सुरक्षा पर निहायत नकारात्मक प्रभाव होंगे और मास्को और पश्चिमी इत्तिहाद के बीच पहले से में पहले ही से पाई जाने वाली तनाव में बढ़ोतरी होगा।
रूसी सरकारी मीडीया की रिपोर्टों ने इस माह के शुरू ही में अमरीकी नेवल डस्टर एयर USS पोर्टर और DDG-78 के काला सागर में दाख़िल होने की ख़बर दी थी लेकिन ये कहा गया था कि ये मामूल की तैनाती है।
रूसी मीडिया की इन रिपोर्टों पर मास्को हुक्काम के कान खड़े हो गए थे और उन्होंने इस तैनाती पर, जिसमें नेवल डस्टर एयरUSS पोर्टर को एक नए मिज़ाईल सिस्टम के साथ तैनात किया गया था, काफी संदेह का इज़हार किया था।
1936 में तय पाए जाने वाले मुआहिदे Montreux Convention के तहत ऐसे देश जिनके समुद्र तट काला सागर के तट से नहीं मिलते, वहां उनके जंगी जहाज़ 21 रोज़ से ज़्यादा अर्से तक नहीं रुक सकते। वाज़ेह रहे कि नैटो के तीन अराकीन तुर्की, रुमानीया और बुलग़ारिया काला सागर बेसिन या चैनल पर स्थित हैं।