सुरेश प्रभु का दावा, मितव्ययिता अभियान शुरू करने की घोषणा
नई दिल्ली: रेल बजट में गरीब जनता की उपेक्षा करने विपक्ष का आरोप खारिज करते हुए रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि आम आदमी के लिए यह सब कुछ है। उन्होंने रेलवे को नए सिरे से स्थिर बनाने के लिए त्रिकोणीय रणनीति सहित मितव्ययिता अभियान की घोषणा की।
लोकसभा में रेल बजट पर चर्चा का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि बजट में आम आदमी के लिए सब कुछ है। यह बजट आम आदमी पर ही केंद्रित रहा। आम आदमी को लाभ पहुंचाने वाले उपायों में ई टिकटिंग, इच्छा पर खानपान, बायो टायलट्स, शिशु के लिए आहार, बेहतर रेलवे स्टेशनस आदि शामिल हैं।
इसके अलावा रेलवे स्टेशन पर स्टालस की स्थापना के लिए कोंट्रएक्ट मंज़ूर करने के मामले में एससी, एसटी और कमजोर वर्गों को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके बाद निचले सदन के निपटान विधेयक और रेल बजट 2016-17 ई। के संबंध में अनुदान की मांग स्वीकार कर लिया गया।
रेल बजट पर सदन में बहस में एक सौ से ज़्यादा मैम्बर्स ने भाग लिया। प्रभु ने कहा कि रेलवे इस समय चैलेंजस के दौर से गुजर रहा है और वास्तविक संकट कई साल से जारी है। उन्होंने कहा कि रेलवे की वित्तीय स्थिति को स्थिर करने के लिए त्रिकोणीय रणनीति अपनाई जा रही है और यह देश की मूल्यवान संपत्ति बनाया जाएगा।
त्रिकोणीय रणनीति में सेवाओं को और बेहतर बनाना, आमदनी में इज़ाफे में कमी शामिल हैं। उन्होंने इस रणनीति की व्याख्या करते हुए कहा कि प्रशासनिक परिव्यय कम करने के लिए मितव्ययिता अभियान शुरू किया जाएगा।