रेल बजट में बिहार की पूरी तरह नज़र अंदाज़ की गई। ना तो नई मंसूबे मिली। ना ही पुरानी मंसूबों पर खास तवज्जो दिया गया। कहने के लिए 8 ट्रेनें मिलीं और 6 गाड़ियों का लाइन तौसिह हुआ।
ये ट्रेनें मिलीं
जनसाधारण : अहमदाबाद-दरभंगा वाया सूरत- जयनगर-मुम्बई -सहरसा-आनंद विहार सहरसा-अमृतसर।
एक्सप्रेस : अहमदाबाद-पटना वाया वाराणसी (साप्ताहिक) -छपरा-लखनऊ वाया बलिया, गाजीपुर, वाराणसी (सप्ताह में तीन दिन) -कामाख्या-कटरा एक्सप्रेस वाया दरभंगा।
डेमू : छपरा-मंडुआडीह वाया बलिया (6 दिन)।
इनका तौसिह
आनंद विहार-सासाराम गरीब रथ गया तक गोंदिया-मुजफ्फरपुर एक्स. बरौनी तक
सोनपुर-कप्तानगंज पैसेंजर गोरखपुर तक
गोरखपुर-थावे पैसेंजर सीवान तक
बक्सर-मुगलसराय मेमू का वाराणसी तक
झाझा-पटना मेमू का जसीडीह तक।
नई लाइनें
मुगलसराय-भभुआ वाया नौघर {भभुआ-मुंडेश्वरी।
मेगा सेतु के लिए रकम
दीघा-सोनपुर 226 करोड़
मुंगेर पुल 200 करोड़
कोसी पुल: 25
वाई-फाई सिस्टम
पटना जंक्शन पर डायमंड चतुर्भुज हाई स्पीड कॉरिडोर बिहार से गुजरेगा
इंतिखाबी रियासतों को भी खास नहीं
इस साल महाराष्ट्र, हरियाणा, झारखंड, दिल्ली, अरुणाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में एसेम्बली इंतिख़ाब होने हैं। इन रियासतों का रेल बजट में खास ख्याल नहीं रखा गया।